वरिष्ठ नागरिकों को फिर से मिल सकती है किराये में छूट! रेलवे कर रहा विचार

नई दिल्ली। वरिष्ठ नागरिकों को रेल टिकट में मिलने वाली रियायतों को बंद किए जाने को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहा रेलवे इन रियायतों की बहाली पर पुनर्विचार करने को तैयार हो गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रेलवे जल्दी ही वरिष्ठ नागरिकों को फिर से किराये में रियायद दे सकता है। हालांकि रेलवे छूट की शर्तों में आंशिक बदलाव भी कर सकता है। ऐसा भी हो सकता है कि अब रेलवे केवल जनरल और स्लीपर वर्ग को ही किराये में रियायत दे।
रेलवे ने कहा कि हम समझते हैं कि ये रियायतें बुजुर्गों की मदद करती हैं और हमने कभी नहीं कहा कि हम इसे पूरी तरह से खत्म करने जा रहे हैं। हम इसकी समीक्षा कर रहे हैं और इस पर जल्द ही फैसला लेंगे। रेलवे इन रियायतों में कुछ बदलाव कर सकता है जैसे इसे 60 से बढ़ाकर 70 साल से ऊपर कर सकता है।
विदित हो कि 2020 में कोविड महामारी के दौरान वापस लिये जाने के पहले वरिष्ठ नागरिकों को उस समय महिलाओं को 50 प्रतिशत थी, वहीं पुरुष और ट्रांसजेंडर सभी वर्गों के लिए 40 फीसदी तय की गयी थी।
गैर एसी तक सीमित रखने की है योजना
आयु सीमा बढ़ाने के साथ ही रेलवे इनमें एक और बदलाव करने जा रहा है। रेलवे रियायतों को केवल गैर एसी तक सीमित करने जा रहा है। रेलवे का तर्क है कि अगर हम इसे स्लीपर और सामान्य श्रेणी तक सीमित रखते हैं तो हम 70 फीसदी यात्रियों को कवर करते हैं। रेलवे ऐसा विचार भी कर रहा है कि सभी गाड़ियों में ‘प्रीमियम तत्काल’ योजना शुरू की जाये। यह योजना फिलहाल 80 ट्रेनों में लागू है।पिछले हफ्ते रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में एक सवाल के जवाब में कहा था कि रियायतें देने की लागत रेलवे पर भारी पड़ती है।