
उत्तरकाशी। वैली ब्रिज को यातायात के लिए पूर्णतया बंद कर दिया गया है। अब यात्रियों को पुराने जर्जर पुल से यात्रा करने को मजबूर होना पड़ रहा है। जर्जर पुल चिंताजनक हालत में है, जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
अगलाड़ नदी पर बना पुल पिछले एक महीने से भी अधिक समय से यातायात के लिए बंद किया हुआ है। पुल से दोनों ओर बड़े-बड़े पत्थर रखे हुए हैं। नैनबाग क्षेत्र में अगलाड़ नदी पर पुराने पुल की जर्जर हालत होने के कारण इस पुल का निर्माण किया गया था, लेकिन पुल के बंद होने से अब लोगों को फिर से उसी पुराने जर्जर पुल से होकर गुजरना पड़ रहा है। इस मार्ग से रोज यमुनोत्री, थत्यूड़, हिमाचल, डामटा, नौगांव, पुरोला, बड़कोट, नैनबाग, गरखेत आदि क्षेत्रों के लिए हजारों तीर्थयात्री और स्थानीय लोग आवाजाही करते हैं।
जर्जर पुल से यात्रियों की जान को खतरा
पुल की जर्जर हालत के कारण दुर्घटना की संभावना हमेशा बनी रहती है। एनएच बड़कोट डिवीजन के अधिशासी अभियंता राजेश पंत ने बताया कि वैली ब्रिज पर काफी ट्रैफिक चल चुका है। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से वैली ब्रिज के नट-बोल्ट और कुछ वैल्डिंग का कार्य होना है। पुल की मरम्मत करने वाले कांट्रेक्टर के बीमार होने के कारण फिलहाल काम शुरू नहीं हो पाया है। एक हफ्ते के भीतर वैली ब्रिज के मरम्मत का काम शुरू हो जाएगा। https://sarthakpahal.com/