
रुद्रप्रयाग। मौत से पहले बाबा केदार के दरबार में गुजरात की पूर्वा रामानुज (26) ने अपनी जिंदगी की आखिरी सेल्फी ली थी। जो इस वक्त सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। भोले के दरबार में पूर्वा की मुस्कुराहट उसकी खुशी को बयां कर रही है, लेकिन ये मुस्कुराहट अब दोबारा नहीं दिखेगी।
घने कोहरे की वजह से हुई दुर्घटना
केदारनाथ दर्शन के बाद यात्रियों को लेकर गुप्तकाशी आ रहा आर्यन हेली कंपनी का हेलीकाप्टर घने कोहरे के बीच पहाड़ी से टकराने के बाद दो टुकड़ों में बंट गया, जिसका एक हिस्सा जलकर राख हो गया। कोहरा इतना घना था कि इतना घना कोहरा बरसाती सीजम में नहीं छाया रहता है। हेलीपेड से उड़ान भरते ही मात्र दो मिनट के अंतराल में गरुड़चट्टी देवदर्शनी में घने कोहरे के बीच यह हादसा हो गया। पायलट को घना कोहरा होने के कारण सही दिशा के बारे में जानकारी नहीं मिली। इस हादसे में पायलट सहित सात लोगों की मौके पर ही मौत ोह गयी थी। मृतक सभी यात्री महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु राज्य के हैं।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि हेलीकाप्टर के पायलट अनिल कुमार (57) महाराष्ट्र, उर्वी बरार (25), कुर्ती बरार (30) व पूर्वा रामानुज (26) सभी गुजरात, प्रेम कुमार वी (63), सुजाता (56) और कला (60) सभी तमिलनाडु की मौके पर ही मौत हो गयी। उन्होंने बताया कि सभी शवों को रेस्क्यू कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
पायलट की जिद ने ले ली यात्रियों की जान
केदारनाथ में कई वर्षों से रह रहे संत ललित रामदास महाराज का कहना था कि पायलट की हठ की वजह से ये हादसा हुआ। बताया कि पहले हेलीकाप्टर में पांच यात्री बैठे थे। इसके बाद हेलीकाप्टर उड़ने ही वाला था, कि एक यात्री को और बैठा लिया और इसके बाद घने कोहरे में ही गुप्तकाशी के लिए हेलीकाप्टर ने उड़ान भर दी। उड़ान भरने के मात्र 400 मीटर की दूरी ही हेलीकाप्टर क्रैश हो गया।
हेलीकाप्टर क्रैश होने के बाद धाम में पसरा सन्नाटा
केदारनाथ में हेलीकाप्टर क्रैश होने के बाद दिनभर हेलीकाप्टर सेवा बंद रही। इस दौरान केदारनाथ से लेकर केदारनाथ धाम तक पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा। बाबा केदार के दर्शन कर हेलीकाप्टर से वापस आने वाले यात्रियों के साथ धाम जाने वाले यात्री भी परेशान रहे। https://sarthakpahal.com/