
कर्णप्रयाग। आदिबदरी-सिलपाटा मार्ग पर सुगड़ गांव के पास शिक्षकों की कार अनियंत्रित होकर 100 मीटर नीचे खाई में गिरने से प्रधानाचार्य समेत दो की मौत हो गयी, जबकि एक गंभीर घायल है। घायल को सीएचसी कर्णप्रयाग में प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। तीनों शिक्षक जीआईसी सिलपाटा में पिछले चार वर्षों से शिक्षण कार्य कर रहे थे और तीन दिन की छुट्टी पर घर जा रहे थे।
यमकेश्वर ब्लाक के बिथ्याणी के रहने वाले थे प्रधानाचार्य उमेद सिंह नेगी
थाना प्रभारी नैनवाल ने बताया कि जीआईसी सिलपाटा के प्रधानाचार्य अपने दो शिक्षकों के साथ तीन दिन के अवकाश पर घर जाने के लिए आदिबदरी की तरफ आ रहे थे, कि सुगड़ गांव के पास उनकी कार अनियंत्रित होकर 100 मीटर नीचे खाई में जा गिरी। दुर्घटना में वाहन चला रहे जीआईसी सिलपाटा के प्रधानाचार्य उमेद सिंह नेगी (45) निवासी विकासनगर देहरादून, व शिक्षक हिमांशु मेंदोला (45) निवासी गढ़ीकैंट देहरादून की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि तीसरे शिक्षक हल्द्वानी निवासी ललित बिष्ट (36) बुरी तरह जख्मी हैं। उन्हें 108 की मदद से कर्णप्रयाग में प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। प्रधानाचार्य उमेद सिंह नेगी बिथ्याणी (मलेथा) के रहने वाले थे। आर्मी से रिटायर होने के बाद उन्होंने इंटर कालेज ज्वाइन किया था।
गढ़ीकैंट में चल रही थी बेटे के जन्म दिन की तैयारी
जीआईसी सिलपाटा के दो शिक्षकों की सड़क हादसे में मौत से स्कूल में अध्यापकों, छात्र-छात्राओं और गांव में कोहराम मच गया। हादसे में मृत शिक्षक हिमांशु मैंदोला बेटे का 17 नवम्बर (आज) को जन्मदिन मनाने बेटे के पास जा रहे थे। रास्ता एक ही होने के कारण तीनों शिक्षक एक ही कार से घर जा रहे थे। शिक्षक पिछले कई वर्षों से तबादला के लिए गुहार लगा चुके थे, लेकिन उनका तबादला नहीं हुआ। घटना के बाद दोनों शिक्षकों के देहरादून स्थित घरों में कोहराम मचा हुआ है।
सड़क दुर्घटना में मृत जीआईसी सिलपाटा के प्रधानाचार्य उमेद सिंह नेगी 2017 से हिंदी के प्रवक्ता और हिमांशु मैंदोला सामाजिक विज्ञान के सहायक अध्यापक थे, जबकि ललित बिष्ट विज्ञान के सहायक अध्यापक थे। तीनों शिक्षक सिलपाटा गाांव में किराये पर रहते थे। दुर्घटना की सूचना पर थाना प्रभारी गैरसैंण मनोज नैनवाल पुलिसकर्मी आनंद शाह, गिरीश जोशी व अन्य जवाहों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे औ एनडीआरएफ की टीम के साथ बचाव कार्य में जुट गये। https://sarthakpahal.com/