ऋषिकेश। सड़क पर सांडों की लड़ाई में घायल हुए बापूग्राम बीस बीघा गली नंबर 3 आर्मी मेें कार्यरत नवीन तिवारी के गंभीर रूप से घायल 10 साल के बेटे आराध्य का एम्स में इलाज के दौरान मौत हो गयी। स्थानीय लोगों ने स्थानीय प्रशासन को बच्चे की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
सांडों की टक्कर से घायल हो गया था आराध्य
दरअसल, हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर जे जी गलास के सामने दो सांडों की लड़ाई के बीच बच्चे को स्कूल छोड़ने जा रही स्कूटी सवार महिला फंस गयी। महिला अपर्णा तिवारी अपने 10 साल के बेटे आराध्य को स्कूटी से गढ़ी श्यामपुर स्थित स्कूल छोड़ने जा रही थी। श्यामपुर चौकी से पहले दो लावारिस सांड बीच सड़क पर आपस में लड़ रहे थे। सांड़ों की लड़ाई के दौरान स्कूटी को टक्कर लगी और दोनों मां-बेटे नीचे लड़क पर गिर गये। सड़क पर गिरनेे के दौरान बच्चे के सिर पर काफी गंभीर चोट लग गयी।
उपचार के दौरान देर रात मौत
सांडों की लड़ाई में घायल बच्चे को 108 के माध्यम से तुरंत पहले ऋषिकेश के एसपीएस सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डाक्टरों ने बच्चे की हालत गंभीर होने के कारण उसे एम्स रेफर कर दिया, जहां देर रात इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गयी। परिजनों ने बच्चे का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद पुलिस ने बिना पोस्टमार्टम किये बच्चे के शव को परिजनों को सौंप दिया। स्थानीय लोगों ने बच्चे की मौत के लिए लापरवाह स्थानीय प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। https://sarthakpahal.com/