ऋषिकेश। ऋषिकेश एम्स परिसर में तैनात सिक्योरिटी कंपनी के 200 सिक्टोरिटी गार्डों को 31 दिसम्बर 2022 तक सेवा समाप्ति का नोटिस थमाने के बाद एम्स परिसर मे हड़कंप मचा हुआ है, जिस कारण परिसर में ही बड़ी संख्या में सिक्योरिटी गार्ड धरने पर बैठ गये हैं।
कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला पहुंचे समर्थन देने
गार्डों द्वारा सूचित करने पर उनके समर्थन में कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला एम्स परिसर पहुंचे और उनकी समस्याओ को सुना। इसके बाद उन्होंने सभी सिक्योरिटी गार्डों को साथ लेकर एम्स निदेशक के गेट के बाहर पहुंचकर एम्स के अधिकारियों से फोन पर वार्ता कर मौके पर बुलाया। वार्ता करने के लिए मौके पर एम्स के पीआरओ हरीश थपलियाल एम्स डीडीएलओ पांडे तहसीलदार डोईवाला व ऋषिकेश के कोतवाल सहित कंपनी के मैनेजर चंदन कुमार भी पहुंचे।
इस तरह बर्खास्त करना गैरकानूनी
जयेंद्र रमोला का कहना है कि कंपनी द्वारा एम्स में कार्यरत सिक्योरिटी गार्डों को मात्र 48 घंटे का अल्टीमेटम देकर नौकरी से बर्खास्त करना गैरकानूनी है। इस तरह से सालों से रोजी रोटी कमा रहे व कोरोना काल में अपनी जान की परवाह किए वगैर सेवा में डटे रहे कर्मचारियों को इस तरह बर्खास्त करना न्यायोचित नहीं है। रमोला ने कपनी के मैनेजर से एम्स के साथ किए गये अनुबंध को सार्वजनिक करने को कहा। उन्होंने कहा कि कंपनी अपना नोटिस तुरत वापस ले ले नहीं तो कर्मचारी वहीं पर धरने पर बैठ जाएगे।
जोर देने के बाद कंपनी के मैनेजर चंदन कुमार ने सार्वजनिक तौर पर अपनी गलती स्वीकारी। एम्स के पीआरओ हरीश थपलियाल ने अनुबंध की फोटो कापी मौके पर लाकर दी। मौके पर तहसीलदार ने बताया कि किसी भी कर्मचारी को दो माह से पहले नहीं हटाया जायेगा व दो माह बाद भी कर्मचारियों को आवश्यकतानुसार कंपनी द्वारा सेवा का मौका दिया जायेगा।
मौके पर पार्षद राकेश मियां, पार्शद शकुंतला शर्मा, समाज सेवी चंद्रभूषण शर्मा, सुरेंद्र नेगी, गौरव राणा, अंशुल त्यागी, जितेंद्र त्यागी सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे। https://sarthakpahal.com/