
जयपुर। राजस्थान के सिरोही जिले में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है यहां जिला अस्पताल के टीबी वार्ड में एक महीने का बच्चा अपनी मां के पास सो रहा था। उसी दौरान आवारा कुत्ता उसे उठा ले गया और उस पर हमला कर दिया। इससे बच्चे की मौत हो गई। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है।
राजस्थान के सिरोही जिले में एक अस्पताल में अपनी मां के पास सो रहे एक माह के बच्चे को आवारा कुत्ता उठा ले गया और उस पर हमला कर दिया। इससे बच्चे की मौत हो गयी। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। बच्चे का शव अस्पताल के बाहर मिला है। पुलिस और अस्पताल प्रबंधन इस मामले की जांच में जुटा हुआ है।
रात करीब 1:30 बजे रेखा की नींद खुली तो बच्चा गायब था। फौरन बच्चे को ढूंढना शुरू किया। बच्चे की तलाश शुरू की गई तो वार्ड के बाहर पानी की टंकी के पास कुछ कुत्ते उसे नोंचते दिखे। महिला दौड़कर वहां गई तब तक एक कुत्ता बच्चे का हाथ मुंह में दबाकर भाग गया। कुत्तों ने उसे नोंच-नोंचकर मार डाला था।
सीसीटीवी फुटेज से मामला आया सामने
इस मामले में पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि सोमवार देर रात दो कुत्ते अस्पताल के टीबी वार्ड के अंदर घुस गए। उनमें से एक कुत्ते ने बच्चे को मुंह में दबा लिया और बाहर निकल गया। कोतवाली प्रभारी सीताराम ने बताया कि बच्चे के पिता को टीबी की बीमारी है। इसको लेकर उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
बच्चे का पिता अस्पताल में भर्ती था, मां बच्चों के साथ फर्श पर सो रही थी
सिरोही के पिंडवाड़ा में रहने वाले महेंद्र मीणा (40) को सिलिकोसिस बीमारी है। महेंद्र का टीबी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसके बेड के पास नीचे फर्श पर उसकी पत्नी रेखा 1 बेटी और 2 बेटों को लेकर सो रही थी। वार्ड में घूम रहे आवारा कुत्ते उसके एक महीने के बेटे विकास को उठाकर ले गए। पुलिस ने बताया कि घटना के समय अस्पताल का कोई भी कर्मचारी टीबी वार्ड में मौजूद नहीं था।
एसएचओ बोले, जांच के बाद की जाएगी कार्रवाई
इस मामले में एसएचओ ने कहा कि मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमॉर्टम किया गया है। जांच के बाद केस दर्ज किया जाएगा। सिरोही जिला अस्पताल के कार्यवाहक प्रधान चिकित्सा अधिकारी (पीएमओ) ने कहा कि अस्पताल में भर्ती मरीज के साथ पहुंची महिला सो गई थी। अस्पताल का गार्ड दूसरे वार्ड में था। मैंने घटना की सीसीटीवी फुटेज नहीं देखी है। मैं जांच के बाद ही इस बारे में कुछ कह पाऊंगा। जिला प्रशासन की तरफ से गठित मेडिकल बोर्ड के प्रभारी डॉ. शक्ति सिंह ने बताया कि बच्चे का सिर, एक हाथ और दो पैर बचे थे। उसका पेट और एक हाथ नहीं था। https://sarthakpahal.com/