
नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग की चीफ स्वाति मालीवाल ने अपनी निजी जिंदगी से जुड़ा सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने अपने पिता पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। अपनी आपबीती सुनाते हुए उन्होंने यह बात कही है। मालीवाल ने यह भी कहा है कि बचपन में उनके पिता उन्हें मारते-पीटते थे। इससे सहमकर वह बिस्तर के नीचे छुप जाती थीं।
DCW प्रमुख स्वाति मालीवाल ने अपने बचपन के पन्नों को खोला है। उन्होंने इसमें अपनी आपबीती सुनाई है। अपनी आपबीती सुनाते हुए उन्होंने कहा, ‘जब मैं बच्ची थी तब मेरे पिता ने मेरा यौन उत्पीड़न किया था। वह मुझे मारते थे, मैं बिस्तर के नीचे छिप जाती थी।’ उनके पिता उन्हें चोटी पकड़कर मारते थे। दीवार पर सिर लड़ा देते थे। इसके चलते सिर में चोट आ जाती थी। खून भी बहने लगता था। यह पीड़ा असहनीय थी। हालांकि, वह मानती हैं कि जब इंसान ज्यादा अत्याचार सहता है तभी वह दूसरों का दर्द भी समझ पाता है। यही दर्द उसके अंदर आग पैदा करता है। इस आग से वह पूरा सिस्टम हिला देता है। उनके साथ भी शायद यही हुआ है। https://sarthakpahal.com/
मालीवाल ने कहा- मेरी मां बहुत मजबूत हैं
उन्होंने कहा, ‘फिर एक दिन ऐसा आया जब उन्हें (मां) लगा कि अब कोई रास्ता नहीं बचा है। वह इसे और अधिक सहन नहीं कर सकी और वह मेरे पिता से अलग हो गई और तभी से मेरे जीवन में सुधार होने लगा। जब से हम अपने नाना-नानी के साथ रहने लगे, तब से मैं और अधिक सुरक्षित महसूस करने लगी, लेकिन साथ ही यह बहुत दर्दनाक था।’ मालीवाल ने कहा कि उनकी मां बहुत मजबूत महिला हैं और उन्होंने उन्हें अपनी लड़ाई लड़ना सिखाया।
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि इन चीजों को छुपाया नहीं जाना चाहिए। मुझे लगता है कि मैं जीवन में एक ऐसे मुकाम पर पहुंच गयी हूं जहां मुझे लगता है कि मैं काफी हद तक इस सदमे से उबर गयी हूं, और मैं इसके बारे में बात करने में सहज महसूस करती हूं।’
लड़कियों को दिया ये संदेश
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष मालीवाल ने कहा कि वह उन सभी लड़कियों को एक संदेश देना चाहती हैं जो किसी भी तरह के अत्याचार और अन्याय का सामना कर रही हैं कि उन्हें इसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए और इसका मुकाबला करना चाहिए. गौरतलब है कि अभिनेत्री और राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की सदस्य खुशबू सुंदर ने हाल में कहा था कि आठ साल की उम्र में उनके पिता ने उनका यौन शोषण किया था.