कपड़ों को लेकर तू-तू, मैं-मैं… लड़की करे तो आज़ादी, लड़का फैलाए ‘अश्लीलता’!
सार्थकपहल। वो स्त्री है कुछ भी कर सकती है…’ इस समय सोशल मीडिया पर बहुत से लोग समानता की मांग का मुद्दा उठा रहे हैं। मामला है, छोटे कपड़ों का, जो एक पुरुष पहने तो उस पर ‘अश्लीलता’ फैलाने का आरोप लगाया जाता है, उसे कपटी, ढोंगी और न जाने क्या-क्या कहा जाता है, मगर, जब महिला पहने तो वह खुले विचारों वाली आदर्श बन जाती है। छोटे कपड़ों के कारण पुरुष पर आरोप लगते हैं कि उसने सार्वजनिक स्थानों पर कम कपड़े पहनकर महिलाओं का अपमान किया है, मगर जब महिला ये काम करे तो नारा दिया जाता है, ‘हर बॉडी हर चॉइस’ का।
अश्लीलता को दो तरीकों से देखा जा सकता है। अगर महिला करे तो ठीक, मगर पुरुष करे तो तौबा-तौबा। आपको शायद बिहार वाले विधायक गोपाल मंडल याद होंगे? अरे वही जो राजेंद्र नगर से दिल्ली जाने वाली तेजस ट्रेन में यात्रा के दौरान चड्डी-बनियान में घूमते दिखाई दिये थे। बवाल ऐसा मचा कि नेता को लोगों ने अपराधी तक घोषित कर दिया गया। सीसीटीवी की जांच हुई, FIR हुई और गिरफ्तारी की मांग उठी। मगर अब जब मेट्रो वाली लड़की ने विधायक से भी छोटे कपड़े पहने तो वो मेट्रो की स्पीड की तरह फेमस हो गई।
अभी तक कोई शिकायत नहीं
उसके खिलाफ अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई है। और न ही DMRC ने उसके ऊपर कोई जुर्माना लगाया है। हालांकि दिल्ली मेट्रो ने अपने बयान में कहा है कि DMRC के संचालन और रखरखाव अधिनियम एक्ट में धारा-59 के तहत अभद्रता को दंडनीय अपराध माना गया है।
बुरे फंसे थे रणवीर सिंह
यहां बात ध्यान देने वाली इसलिए है कि विधायक ने महज एक बार ऐसे कपड़े पहने और रणवीर सिंह ने बंद कमरे में ये फोटोशूट कराया, तो बवाल मच गया, लेकिन मेट्रो वाली लड़की और उर्फी जावेद सार्वजनिक स्थानों पर खुलेआम रोज इस तरह के कपड़े पहनकर घूमती हैं, मगर मजाल है कि कोई उन पर उंगली उठा दे। जिसने उंगली उठाई उसकी सोच छोटी। वो महिलाओं का अपमान होगा।