
देहरादून। देहरादून के पॉश इलाके नेहरू कॉलोनी फव्वारा चौक के एक घर में चार सशस्त्र बदमाशों ने दिनदहाड़े एमडीडीए से सेवानिवृत्त इंजीनियर विनोद कुमार अग्रवाल के घर पर महिलाओं को बंधक बनाकर धावा बोल दिया। बदमाशों ने हथियारों के बल पर महिलाओं से करीब तीन लाख के जेवर और 12 हजार नकदी लूट कर पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था को धता बताकर फरार हो गये। घर के ऊपरी तल पर मौजूद महिला ने जब शोर मचाया और पुलिस को सूचना दी तो बदमाश वहां से भाग निकले।
पिस्टल और चाकू के बल पर बंधक बनाकर लूट
विनोद अग्रवाल की तबीयत ठीक नहीं होने के कारण वह बेड रेस्ट पर हैं। घर में उनकी पत्नी सुनीता अग्रवाल, बहू निमिषा अग्रवाल और बेटी रश्मि अग्रवाल मौजूद थीं। निमिषा घर के ऊपरी हिस्से में थीं। दोपहर करीब 12 बजे एक व्यक्ति ने उनका दरवाजा खोला और सीधे अंदर घुस गया। उसने तमंचे से सुनीता और रश्मि को डराकर बंधक बना लिया। उसके पीछे से एकाएक तीन और बदमाश अंदर आ घुसे। https://sarthakpahal.com/
इन तीनों के हाथों में चाकू थे। बदमाशों ने महिलाओं को डराते हुए कीमती चीजें मांगी। दोनों मां बेटी बेहद डर गईं और सुनीता ने अपने हाथों से चार सोने के कड़े और कुंडल निकालकर बदमाशों को दे दिए। इसके बाद एक बदमाश ने रश्मि के हाथों से भी तीन अंगूठियां निकाल लीं। इसके बाद बदमाशों ने दोनों को कमरों में चलने के लिए कहा। वहां से उनके पर्स में रखे 12500 रुपये (सुनीता के 2500 और रश्मि के 10000 रुपये) भी ले लिए। सूचना पाकर एसपी सिटी सरिता डोभाल, सीओ सदर पंकज गैरोला आदि मौके पर पहुंच गए। एसपी सिटी ने बताया कि संदीप अग्रवाल की शिकायत पर लूट का मुकदमा नेहरू कॉलोनी थाने में दर्ज कर लिया गया है। एक सीसीटीवी कैमरे में बदमाश हरिद्वार की ओर जाते दिख रहे हैं। जल्द ही बदमाशों को गिरफ्तार किया जाएगा।
हम भी आगरा से हैं, घबराओ मत
परिजनों ने जो बात पुलिस को बताई उससे लग रहा है कि बदमाश घर और परिवार के बारे में पहले से जानते थे। इसके लिए उन्होंने काफी रेकी भी की होगी। सुनीता अग्रवाल ने पुलिस को बताया कि बदमाश कह रहे थे कि हम भी आगरा से हैं, तुम्हें नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। अग्रवाल परिवार भी 1986 में आगरा से आकर देहरादून में बसा था।