प्रयागराज। अतीक अहमद की आपराधिक कहानी का आगाज आज से करीब 44 साल पहले 1979 में हुआ था। उस वक्त इलाहाबाद के चाकिया मोहल्ले में फिरोज अहमद का परिवार रहता था, जो तांगा चलाकर परिवार का गुजर-बसर करते थे। फिरोज का बेटा अतीक हाईस्कूल में फेल हो गया था। इसके बाद पढ़ाई से उसका मन हट गया था। उसे अमीर बनने का चस्का लग गया। इसलिए वो गलत धंधे में पड़ गया और रंगदारी वसूलने लगा। धीरे-धीरे यूपी जैसे बड़े राज्य का वह माफिया डान बन गया। 44 साल के अपराध की कहानी महज 1 मिनट में खत्म हो गयी।
पुलिस हिरासत में स्वास्थ्य जांच के लिए शनिवार देर रात साढ़े दस-11 बजे कॉल्विन मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल ले जाते समय माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मेडिकल कॉलेज के पास मीडिया कर्मी बनकर आए बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। माफिया अतीक का पाकिस्तान से संबंध था। उसने और उसके गैंग में शामिल सदस्यों ने तमाम निर्दोष लोगों का कत्ल किया था। अतीक जमीन हड़पने के लिए हत्या करता था और विरोध में गवाही देने वालों को भी नहीं छोड़ता था। उसका भाई अशरफ भी ऐसा करता था, इसलिए हमने दोनों को मार डाला।’ काल्विन अस्पताल में दोनों भाईयों की हत्या करने के आरोपितों ने पुलिस के सामने ऐसा ही बयान दिया है। https://sarthakpahal.com/
तीनों बदमाश पत्रकार बनकर आए थे
शनिवार की रात को हमला उस वक्त हुआ जब माफिया अतीक और उसका भाई अशरफ मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे। गुड्डू मुस्लिम को लेकर अशरफ सिर्फ इतना कह पाया कि ‘मेन बात ये है कि गुड्डू मुस्लिम’ तभी एक हमलावर ने माफिया अतीक के सिर से सटाकर गोली मार दी। इसी दौरान अशरफ को भी गोली मार दी। हमलावरों ने गोलीबारी करने के बाद पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। हमले में एक सिपाही भी गोली लगने से घायल हुआ है।
तीनों आरोपी पहले भी जा चुके हैं जेल
हमलावर तीन लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाते हुए फायरिंग की। घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस तैनाती कर दी गई है। पूरा इलाका छावनी में तब्दील है। एसटीएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है। तीनों अलग-अलग मामलों में पहले जेल जा चुके हैं। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि आरोपी कब और कैसे प्रयागराज आए थे। उनका स्थानीय मददगार कौन-कौन हैं। बताया गया है कि लवलेश तिवारी बांदा, सनी पुराने हमीरपुर और अरुण मौर्या कासगंज का रहने वाला है।
योगी ने मुख्यमंत्री आवास में बुलाई उच्चस्तरीय बैठक
अतीक और अशरफ की सरेआम हत्या को लेकर सीएम आवास पर हाई लेवल मीटिंग बुलाई गई है। इसमें यूपी के डीजीपी आरके विश्वकर्मा, स्पेशल DG क़ानून व्यस्था प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद एवं अन्य अफ़सर मौजूद रहे।
प्रयागराज में धारा 144 लागू
अतीक और अशरफ की हत्या के बाद प्रयागराज में हालात देखते हुए धारा 144 लागू कर दी गई है। इसी के साथ सीएम योगी ने जांच टीम का गठन किया है। तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग मामले की जांच करेगा।