देहरादून। उत्तराखंड में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण के खिलाफ सीएम धामी ने सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने तीखे अंदाज में कहा कि अच्छा होगा कि लोग सरकारी भूमि से खुद ही अतिक्रमण हटा लें, वरना धीरे-धीरे नंबर तो सबका ही आ ही रहा है। उनका कहना था कि सरकारी जमीन पर अतिक्रमण किसी भी कीमत पर नहीं करने दिया जायेगा।
पूरे प्रदेश में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण पर कार्रवाई जारी
मुख्यमंत्री सोमवार को राज्य सचिवालय में मीडियाकर्मियों से बातचीत कर रहे थे। राज्य में चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि हमने पहले भी कहा है कि सरकारी भूमि पर किसी भी प्रकार अतिक्रमण या अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पूरे प्रदेश में सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने का अभियान जारी है। उनका कहना था कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक सारी सरकारी जमीन पूरी तरह से अतिक्रमण मुक्त न हो जाए। धामी बोले यह अच्छा है कि लोग स्वत: ही अतिक्रमण हटा लें, वरना सरकारी अभियान धीरे-धीरे आप तक पहुंच ही रहा है।
अब तक 300 से ज्यादा मजारें ध्वस्त
बता दें कि प्रदेश में अतिक्रमण हटाने का अभियान जारी है। अभी तक सरकारी भूमि पर पूरे प्रदेश में 3793 अतिक्रमण चिह्नित हो चुके हैं, जिनमें से 1288 अवैध कब्जे सरकारी भूमि से हटाया जा चुके हैं। वन भूमि पर बनी 300 से अधिक मजारें ध्वस्त हो चुकी हैं, जबकि 35 मंदिरों पर भी हथौड़े चल चुके हैं। https://sarthakpahal.com/
वर्षों पहले बनी मजारें अवैध कैसे : विधायक
बसपा विधायक शहजाद ने अवैध अतिक्रमण के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान की निंदा करते हुए सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मजारें अवैध कैसे हो सकती हैं। कई मजारें ऐसी हैं, जो पांच सौ साल से एक हजार साल पहले की बनी हैं। आज उन मजारों के सामने से कोई सड़क निकाल दी जाए तो मजार अवैध कैसे हो गयी। उनका कहना था कि सरकार पहले उसकी जांच करे।