
रुद्रप्रयाग। गुरुवार शाम को तरसाली में पहाड़ी से बोल्डरों के साथ भारी मलबा गिरने से हाईवे का 60 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया था। इस दौरान यहां एक वाहन मलबे में दब गया था। शुक्रवार को मौके से मलबा हटाने के बाद एक वाहन मिला, जिससे पांच शव बरामद किए गए। एक शव की पहचान गुजराती के यात्री के रूप में हुई है। अन्य की शिनाख्त की जा रही है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर अग्रिम कार्यवाही के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया है।
गुरुवार शाम को मलबे में दब गया था वाहन
जनपद में भूस्खलन के चलते बीते दस दिनों में यह दूसरी बड़ी घटना है। गुरुवार को शाम 5.30 बजे तरसाली में पहाड़ी से बोल्डरों के साथ भारी मलबा गिरने से हाईवे का 60 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया था। इस कारण एक बार फिर फाटा, सोनप्रयाग, गौरीकुंड का गुप्तकाशी से संपर्क कटा हुआ है। इससे पहले तीन अगस्त की रात्रि को चट्टान टूटने के कारण गौरीकुंड में 23 लोग लापता हो गए थे। अब ये दूसरी बड़ी घटना सामने आई है। शुक्रवार को प्रशासन, आपदा प्रबंधन, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, वाईएमएफ और एनएच लोनिवि की मौजूदगी में रेस्क्यू के बाद मलबे में दबी कार को निकाला गया, जिसमें कार में दबे पांच यात्री मृत अवस्था में पाए गए। रेस्क्यू टीम ने पांचों शव बरामद कर लिए हैं।
चौकी प्रभारी फाटा अजय जाटव ने बताया हाईवे पर आये मलबे में वाहन नम्बर 07 टीबी 6315 स्विफ्ट डिजायर दबा मिला, जिसमें पांच व्यक्ति सवार थे, जो कि वाहन के अन्दर ही मलबे में मृत अवस्था में पाए गये हैं। मृत व्यक्तियों के नाम जिगर आर मोदी, देसाई महेश, मनीष कुमार, मिन्टू कुमार, पारिक दिव्यांश शामिल हैं। जिनकी पहचान उनके पास से मिले पहचान पत्र के आधार पर की गई।
ऐसे में केदारनाथ यात्रा फिर से प्रभावित हो गई है। एनएच के अधिकारियों के अनुसार, हाईवे खोलने में लंबा समय लग सकता है। पुलिस उपाधीक्षक विमल सिंह रावत ने बताया कि रुद्रप्रयाग से काकड़ागाड़ तक स्थानीय लोगों और यात्रियों को हाईवे बंद होने की जानकारी दी गयी है। https://sarthakpahal.com/