साल का आखिरी चंद्र ग्रहण आज, भारत में 1 घंटा 16 मिनट तक रहेगा
नई दिल्ली। जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है तब चंद्र ग्रहण लगता है। वैज्ञानिक नजरिए से ग्रहण एक खगोलीय घटना मात्र होता है, लेकिन धार्मिक दृष्टि से ग्रहण की घटना को शुभ नहीं माना जाता है। चंद्र ग्रहण को चंद्रमा के ग्रहण के रूप में जाना जाता है। आज साल 2023 का दूसरा और आखिरी चंद्रग्रहण लगने जा रहा है। इसके पहले साल 2023 का पहला चंद्रग्रहण 5 मई को वैशाख पूर्णिमा वाले दिन लगा था। यह चंद्र ग्रहण दुनिया भर के कई हिस्सों में देखा गया था, लेकिन भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं दिया था।
चंद्रग्रहण का समय
साल 2023 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण रात 1 बजकर 6 मिनट पर शुरू होगा और 2 बजकर 22 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। भारत में इस ग्रहण की कुल अवधि 1 घंटे 16 मिनट की होगी। सूतक काल 28 अक्तूबर की दोपहर 4 बजकर 5 मिनट से शुरू हो जाएगा। सूतक काल को अशुभ माना जाता है।
कहां-कहां देखा जा सकेगा साल का आखिरी चंद्र ग्रहण
साल का आखिरी चंद्रग्रहण भारत के अलावा नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, भूटान, मंगोलिया, चीन, ईरान, रूस, कजाकिस्तान, सऊदी अरब, सूडान, इराक, तुर्की, अल्जीरिया, जर्मनी, पोलैंड, नाइजीरिया, दक्षिण अफ्रीका, इटली, यूक्रेन, फ्रांस, नॉर्वे, ब्रिटेन, स्पेन, स्वीडन, मलेशिया, फिलीपींस, थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया, जापान और इंडोनेशिया में भी देखा जाएगा।
क्यों पड़ता है चंद्रग्रहण
सूर्य के चारों तरफ पृथ्वी घूमती है और चंद्रमा पृथ्वी का चक्कर लगाता है। इस प्रक्रिया में एक ऐसा समय आता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य एक ही सीध में आ जाते हैं और सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर पड़ता है, लेकिन चंद्रमा तक नहीं पहुंच पाता है। इस घटना को खगोलीय घटना के रूप में चंद्रग्रहण कहा जाता है। https://sarthakpahal.com/