12 रैट माइनर्स को सीएम धामी ने किया सम्मानित, बोले- ऑपरेशन को सफलता तक पहुंचाया
देहरादून, 22 दिसम्बर। दुनिया का तीसरा और देश का पहला सबसे लंबा रेस्क्यू अभियान के रूप में जाना जाने वाला उत्तरकाशी का सिलक्यारा टनल बचाव अभियान में रैट माइनर्स ने अमूल्य योगदान दिया। 12 नवंबर 2023 को सिलक्यारा टनल हादसा घटने के 17वें दिन यानी 28 नवंबर 2023 को ‘रैट माइनर्स’ के सहयोग से सुरंग में फंसे 41 लोगों का सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया था। रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद राज्य सरकार की तरफ से इन रैट माइनर्स को कई बार सम्मानित किया गया। गुरुवार को सीएम धामी ने एक बार फिर इन ‘रैट माइनर्स’ टीम के 12 लोगों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि जिस लगन और परिश्रम से हमारे रैटमाइनर्स ने इस रेस्क्यू अभियान को सफल बनाने में अन्य एजेंसियों के साथ योगदान दिया। वह सराहनीय है।
50-50 हजार का चेेक और साल ओढाकर किया गया सम्मान
गुरुवार को सीएम आवास में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि रैटमाइनर्स ने अपनी जान की परवाह किये बिना कठिन परिस्थितियों में टनल में खुदाई, सफाई और पाइप को काटने का कार्य किया। सिलक्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन को सफलता तक पहुंचाने में रैटमाइनर्स का बहुत बड़ा योगदान रहा। इसके लिए सभी रैट माइनर्स बधाई और आशीर्वाद के पात्र हैं। सीएम धामी ने रैट माइनर्स को शॉल ओढ़ाकर और 50-50 हजार रुपए के चेक देकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने सिलक्यारा रेस्क्यू अभियान में योगदान देने वाले सभी लोगों का भी प्रदेश की जनता की ओर से आभार व्यक्त किया। बता दें कि रेस्क्यू ऑपरेशन में केंद्र और राज्य की 6 एजेंसियों समेत कई विभाग लगे हुए थे। लेकिन आखिर में दिल्ली से आई ‘रैट माइनर्स’ की टीम की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन कामयाब हुआ।
वहीं, सिलक्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन में विदेश से भी मदद ली गई। इसमें सबसे पहले अमेरिकन ऑगर मशीन रही। जबकि ऑस्ट्रेलिया से आए इंटरनेशनल टनलिंग एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स का भी रेस्क्यू ऑपरेशन में महत्वपूर्ण योगदान रहा। उन्होंने कहा कि सिलक्यारा बचाव की तैयारी में मेरे 59 साल का अनुभव लगा। इसकी सफलता में अपना छोटा सा योगदान देने के लिए मुझे हर उस सबक की जरूरत थी जो मैंने कभी सीखा था। https://sarthakpahal.com/