अयोध्या, 16 जनवरी। रामजन्म भूमि ट्रस्ट की ओर से इन 7 दिनों की पूरी कार्यक्रम शृंखला सामने रखी गई है। 18 जनवरी को रामलला आसन पर विराजेंगे। 16 जनवरी को प्रायश्चित और कर्मकुटी पूजन के साथ आयोजन की शुरुआत होगी। इसके बाद 17 जनवरी को मूर्ति को मंदिर में प्रवेश कराया जाएगा। इसके बाद हर दिन एक अधिवासिक अनुष्ठान होगा। भगवान राम की नई प्रतिमा श्याम शिला से निर्मित है और इसका वजन 150 से 200 किलो के बीच है। रामलला की प्रतिमा 18 जनवरी को गर्भगृह में निर्धारित आसन पर स्थापित कर दी जाएगी।
140 करोड़ भारतीयों की आंखें इस समय अयोध्या की ओर
तैयारी पूरी हो चुकी है। मंदिर प्रांगण सज चुका है। परिसर तैयार है, गर्भगृह प्रतीक्षा में है और 140 करोड़ भारतीयों की आंखें इस वक्त अयोध्या की ओर टकटकी लगाए हुई हैं। राहों में पलक-पांवड़े बिछाए श्रद्धालु बस उस पल का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जब श्रीराम विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होगी और फिर रामलला के भव्य दर्शन होंगे। प्राण प्रतिष्ठा के लिए महज सात दिन और बचे हैं। सीधे तौर पर कहा जाए तो अब लोगों के इंतजार की घड़ियां समाप्त होने के हैं।
22 जनवरी को 12.20 पर शुरू होगा अनुष्ठान
22 जनवरी को न्यूनतम विधियों की जरूरत होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में दिन के 12:20 बजे प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य अनुष्ठान आरंभ होगा जो करीब 40 मिनट तक चलेगा। इसके बाद करीब 75 मिनट पीएम मोदी, सीएम योगी, संघ प्रमुख मोहन भागवत संदेश देंगे। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास भी आशीर्वाद देंगे। समारोह के लिए अतिथियों को 10:30 बजे तक रामजन्मभूमि परिसर में प्रवेश करना होगा। मंदिर परिसर में आठ हजार कुर्सियां लगाई जा रही हैं। महोत्सव में देश के विभिन्न राज्यों के 25 वाद्य यंत्रों से रामलला का अभिनंदन किया जाएगा।
प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम
16 जनवरी को प्रायश्चित और कर्मकुटी पूजन के साथ आयोजन की शुरुआत होगी। इसके बाद 17 जनवरी को मूर्ति को मंदिर में प्रवेश कराया जाएगा। इसके बाद हर दिन एक अधिवासिक अनुष्ठान होगा। जिसमें, जल, औषधि, गंध, घी, धान्य, शक्कर, पुष्प आदि शामिल हैं। इन सभी अधिवासों की समाप्ति के बाद 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। भगवान श्रीराम लला के विग्रह की शुभ प्राण प्रतिष्ठा, पौष मास के शुक्ल पक्ष की कूर्म द्वादशी की तिथि के दिन, 22 जनवरी 2024 की होगी. प्राण प्रतिष्ठा अभिजीत मुहूर्त में की जाएगी। https://sarthakpahal.com/