केंद्रीय विद्यालयों में पहली कक्षा के लिए पंजीकरण शुरू, 15 अप्रैल तक कर लें आवेदन
देहरादून, 31 मार्च। केंद्रीय विद्यालयों में पहली कक्षा में दाखिला के लिए आनलाइन पंजीकरण कल यानी एक अप्रैल से शुरू हो जाएंगे। जिसकी अंतिम तिथि 15 अप्रैल शाम पांच बजे तक रहेगी। इसके बाद स्कूल सूची जारी करने के बाद दाखिला देगा। केंद्रीय विद्यालय संगठन ने इस संबंध में सर्कुलर जारी कर दिया है।
उत्तराखंड में 45 केंद्रीय विद्यालय हैं। जिसमें तकरीबन 44 हजार छात्र संख्या है। इनमें पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय आइटीबीपी व केंद्रीय विद्यालय हल्द्वानी में दो शिफ्ट चलती हैं। लंबे समय से अभिभावक केंद्रीय विद्यालयों में पहली कक्षा में दाखिला का इंतजार कर रहे थे।
पहली कक्षा में दाखिला लेने वाले बच्चे की उम्र 31 मार्च तक न्यूनतम छह वर्ष होनी चाहिए। दूसरी व इससे ऊपर के लिए प्रवेश व पंजीकरण प्रपत्रों के बारे में जानकारी विद्यालयों की वेबसाइट पर शीघ्र उपलब्ध होगी।
केंद्रीय विद्यालय की वेबसाइट पर करें आवेदन
सबसे पहले वेबसाइट http://kvsonlineadmission.kvs.gov.in पर जाकर पंजीकरण करें। पंजीकरण पूरा होने के बाद लागइन कर एडमिशन फार्म भरें। मांगे गए दस्तावेज अपलोड करें। फार्म सब्मिट करने के बाद आवेदन की रसीद का प्रिंट आउट निकाल अपने पास रखें।
अन्य कक्षा में प्रवेश की अंतिम तिथि 10 अप्रैल
सीट रिक्त होने की स्थिति में पहली को छोड़ दूसरी व अन्य कक्षा के लिए पंजीकरण भी सोमवार से शुरू होंगे। 10 अप्रैल को शाम चार बजे तक आफलाइन मोड से इन कक्षाओं के लिए प्रवेश होंगे। इन कक्षाओं में दाखिले के लिए अभिभावक को अपने निवास स्थान के निकटतम केंद्रीय विद्यालय में संपर्क करना होगा। दाखिला फार्म उस विद्यालय के कार्यालय से प्राप्त करना होगा। इस फार्म को विद्यालय द्वारा निर्धारित अंतिम तिथि तक जमा कराना होगा। https://sarthakpahal.com/
चयनित बालवाटिका में भी दाखिले शुरू
केंद्रीय विद्यालयों के बाल वाटिका-एक, बाल वाटिका-दो व बाल वाटिका-तीन कक्षाओं के लिए सोमवार से आफलाइन मोड के माध्यम से प्रवेश किए जाएंगे। अंतिम तिथि 15 अप्रैल तक है। रिक्त सीट होने की स्थिति में इन कक्षाओं में प्रवेश स्वीकार किए जाएंगे। आयु 31 मार्च तक वालवाटिका-एक के लिए न्यूनतम तीन वर्ष व चार वर्ष से कम, बालवाटिका-दो के लिए न्यूनतम चार वर्ष व पांच वर्ष से कम, जबकि बालवाटिका तीन के लिए न्यूनतम पांच वर्ष से छह वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।