हरिद्वार, 19 अगस्त। पुलिस को पहले ही जानकारी मिल गयी थी कि 18 अगस्त को होने वाली उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग की सहायक टीचर की परीक्षा में आरोपी एक परीक्षार्थी की जगह अपने साथी को बैठाकर परीक्षा दिलाएगा। इसके लिए 16 लाख रुपये में सौदा हुआ था। पुलिस ने जाल बिछाकर गिरोह के मास्टरमाइंड व उसके साथी को फर्जी प्रवेश पत्र के साथ हरिद्वार से गिरफ्तार किया।
16 लाख में तय हुआ था सौदा
इसी के साथ ही उत्तराखंड एसटीएफ को ये जानकारी भी मिली कि इस गिरोह का मास्टरमांइड उधम सिंह अपने एक साथी की मदद से 18 अगस्त को यूकेएसएसएससी की एलटी भर्ती परीक्षा में एक अभ्यर्थी की जगह अपने साथी (सॉल्वर) को बैठाकर उसकी परीक्षा दिलवाएगा. इसके लिए आरोपी और अभ्यर्थी के बीच 16 लाख में सौदा तय हुआ है.
पहले भी कई बार जेल जा चुका है आरोपी
इसके अलावा उत्तराखंड एसटीएफ को पता चला कि आरोपी उधम सिंह और उसके साथियों पर मेरठ के ब्रह्मपुरी थाने में फर्जी भर्ती को लेकर मुकदमा दर्ज है और इस मामले में वो जेल भी जा चुका है. आरोपियों की धरपकड़ के लिए उत्तराखंड एसटीएफ ने अपनी अलग-अलग टीमों को हरिद्वार में तैनात किया. तभी उत्तराखंड एसटीएफ को गिरोह के सरगना उधम सिंह और उसके साथी के बारे में सूचना मिली.
परीक्षा केंद्र में जाने से पहले ही दोनों को एसटीएफ ने दबोचा
उत्तराखंड एसटीएफ को मुताबिक उनकी टीम ने आरोपी उधम सिंह और उसके साथी अनुपम कुमार निवासी बिहार को हरिद्वार के मायपुर इलाके में स्थित परीक्षा केंद्र एसवीएम इंटर कॉलेज के बाहर से गिरफ्तार किया. बताया जा रहा है कि आरोपी उधम सिंह अपने साथी अनुपम कुमार को परीक्षार्थी की जगह परीक्षा में बैठाने जा रहा था, लेकिन उससे पहले उत्तराखंड एसटीएफ ने दोनों को पकड़ लिया. https://sarthakpahal.com/
दोनों के खिलाफ हरिद्वार कोतवाली में मुकदमा दर्ज
उत्तराखंड एसटीएफ ने बताया कि दोनों के खिलाफ उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती परीक्षा में अनुचित साधनों की रोकथाम और निवारण के उपाय) अधिनियम 2023 के तहत कोतवाली हरिद्वार में मुकदमा दर्ज किया गया.
मास्टरमाइंड ने सॉल्वर को बिहार से बुलाया था
आरोपी उधम सिंह ने पेपर साल्व कराने के लिए अनुपम कुमार को बिहार से बुलाया था. उत्तराखंड एसटीएफ के अनुसार अनुपम कुमार को कुलदीप नाम के अभ्यर्थी की जगह पेपर में बैठना था. कुलदीप के रिश्तेदार सचिन से उधम सिंह की बात हुई थी. दोनों के बीच 18 लाख में सौदा तय हुआ था. उधम सिंह इस काम के लिए अनुपन को चार लाख रुपए देता.
ऐसे होता है खेल
प्रवेश पत्र पर कुलदीप सिंह की जगह अनुपम का फोटो प्रिंट कर प्रवेश पत्र तैयार किया गया, ताकि उसको आसानी से अंदर परीक्षा हॉल में जाने का मौका मिल जाए. इस काम के बाद सचिन, उधम सिंह को चार लाख रुपए देता, लेकिन ये होने से पहले उत्तराखंड एसटीएफ ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और कुलदीप की जगह अनुपम अंदर भी नहीं जा पाया.