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देहरादून की ‘दानी’ दादी ने राहुल गांधी को अपनी सारी दौलत सौंपी, अब सिर्फ मिलना चाहती है

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देहरादून, 8 जनवरी। अक्सर उम्र के आखिरी पड़ाव पर बुजुर्गों का मन या तो भक्ति में लगता है, या अपने नाती पोतों में. लेकिन 81 बरस की बुजुर्ग महिला की आंखें तरस गई हैं, एक खास चेहरे को देखने के लिए. ये महिला उस शख्स से मिलना चाहती हैं और अपना सब कुछ उन्हें सौंप देना चाहती हैं. ये खास व्यक्ति हैं नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी.

पुष्पा मुंजियाल के पास है 50 लाख की एफडी
कहानी है 81 वर्षीय पुष्पा मुंजियाल की जो देहरादून के डालनवाला क्षेत्र स्थित प्रेम धाम आश्रम में रहती हैं. पुष्पा मुंजियाल की आंखों की रोशनी नहीं है लेकिन उनके पास कुछ सोने के गहने और करीब 50 लाख की FD (फिक्स्ड डिपॉजिट) हैं, जो वो अपने प्रिय नेता राहुल गांधी को सौंपना चाहती हैं. राहुल गांधी से मिलने की इच्छा बुजुर्ग महिला कई बार जता चुकी हैं. उन्होंने अपनी कुछ सोने की ज्वेलरी और एफडी (जो चालू हालत में हैं), में राहुल गांधी को नॉमिनी बनाया है.

‘पुष्पा दादी’ को राहुल गांधी का इंतजार
बुजुर्ग महिला पुष्पा का कहना है कि जब राहुल गांधी से मिलेंगी, तो इस संपत्ति को उनके सुपुर्द कर देंगी. दरअसल, वृद्धाश्रम में रहने वाले वृद्ध जनों से मिलने समाज सेवी नंदिता पोखरियाल पहुंची थीं. इस दौरान उन्होंने पुष्पा समेत अन्य बुजुर्गों के सुख-दुख बांटे. इस दौरान पुष्पा ने उन्हें बताया कि वह गुरु नानक गर्ल्स इंटर कॉलेज खुदबुड़ा मोहल्ला में पढ़ाती थीं. रिटायरमेंट के बाद उन्होंने अपनी संपत्ति में से 25 लाख रुपए दून अस्पताल को भी डोनेट किये.

साल 2022 में बनाई थी वसीयत
दरअसल, साल 2022 में पुष्पा मुंजियाल ने उनकी सारी संपत्ति राहुल गांधी के नाम कर दी थी. उन्होंने कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के यमुना कॉलोनी स्थित आवास पर जाकर संपति का वसीयतनामा उनको सौंपा था. बातचीत में कांग्रेस पार्टी के महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने तब (2022 में) बताया था कि, पुष्पा मुंजियाल ने अपने बैंक का अकाउंट नंबर और लॉकर नंबर वसीयतनामे में लिखा है. राहुल गांधी को नॉमिनी बनाया गया है. कोर्ट से रजिस्टर्ड कराने के बाद महिला ने वसीयत प्रीतम सिंह को सौंपी है.

पुष्पा देहरादून में नेहरू रोड स्थित प्रेम धाम वृद्धा आश्रम में रहती हैं. समाज सेवा के उद्देश्य से उन्होंने विवाह नहीं किया है. माता-पिता के गुजर जाने के बाद से ही वो यहां रहती हैं. पुष्पा बता चुकी हैं कि उनकी चार बहनें हैं लेकिन उनसे कोई नाता नहीं है. एक भाई था जिसकी कुछ साल पहले कैंसर से मृत्यु हो गई थी.

खुद वृद्धाश्रम में रहकर अपनी जीवनभर की कमाई दान करने वाली पुष्पा मुंजियाल देहरादून के खुड़बुड़ा इलाके में स्थित गुरु नानक इंटर कॉलेज में बतौर टीचर काम किया है. वो साल 1999 में रिटायर हुई थीं. इससे पहले भी वो साल 2011 में 25 लाख रुपए की बड़ी रकम दून अस्पताल को दान दे चुकी हैं. हालांकि, तब पुष्पा ने दून अस्पताल को ये कहा था कि वो मूल रकम खर्च नहीं करेंगे बल्कि सालाना ब्याज से मरीजों की मदद की जाएगी. सालाना ये रकम करीब डेढ़ लाख तक बैठती है.

राहुल गांधी खानदानी परिवार से ताल्लुक रखते हैं. इसलिए मैंने अपनी संपत्ति का वारिस राहुल गांधी को चुना. पहले मुझे ख्याल आया कि अपनी जीवन भर की जमा पूंजी प्रधानमंत्री की धर्मपत्नी के नाम कर देती हूं. लेकिन पता नहीं वो कहां हैं. इसलिए मैंने अपनी सारी संपत्ति का वारिस राहुल गांधी को बना दिया. राहुल गांधी के परिवार से हमारे पिता के पारिवारिक संबंध रहे हैं. मैं राहुल गांधी के विचारों से भी बहुत प्रभावित हूं. यही कारण था कि मैंने राहुल गांधी को अपने वारिस के रूप में चुना है.
पुष्पा मुंजियाल, बुजुर्ग महिला

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