
नैनीताल, 9 अगस्त। बाबा नीम करौली महाराज के कैंची धाम में प्रतिवर्ष बढ़ती श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने अब भीड़ प्रबंधन की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र में केयरिंग कैपेसिटी सर्वे की शुरुआत कर दी गई है जिसके तहत धाम और आस-पास की पर्यटक सुविधाओं, वाहनों की आवाजाही और आवासीय क्षमता का विस्तृत आंकलन किया जाएगा।
मुख्य मार्गों पर लगाये गये CCTV और NCR कैमरे
भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर मंदिर परिसर व मुख्य मार्गों पर सीसीटीवी और एनसीआर कैमरे लगाए गए हैं। इनसे श्रद्धालुओं और वाहनों की वास्तविक समय पर निगरानी की जाएगी साथ ही स्थानीय गेस्ट हाउस, होमस्टे और पार्किंग स्थलों का भी डाटा जुटाया जा रहा है जिससे भीड़ के दबाव को सटीक तरीके से मापा जा सके। पर्यटन सचिव धीराज गर्बियाल ने बताया कि यह सर्वे 6 माह में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद यह स्पष्ट हो सकेगा कि कितने श्रद्धालु केवल कैंची धाम दर्शन के लिए आते हैं और कितने अन्य पर्यटक स्थलों अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और बागेश्वर की ओर भी रुख करते हैं। इस डेटा के आधार पर धाम की अधिकतम क्षमता तय होगी।
पर्यटन सचिव धीराज गर्बियाल ने संकेत दिए कि भविष्य में चारधाम यात्रा की तर्ज पर कैंची धाम में भी दर्शन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व्यवस्था लागू की जा सकती है। इससे श्रद्धालुओं को पहले से समय स्लॉट बुक करने की सुविधा मिलेगी जबकि प्रशासन को भी भीड़ नियंत्रण में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि मानसून सीजन समाप्त होते ही धाम और आसपास के क्षेत्रों में पर्यटक सुविधाओं को बढ़ाने के लिए नई योजनाओं पर काम शुरू किया जाएगा। इसमें पार्किंग स्थलों का विस्तार, सडक़ सुधार तथा आवासीय क्षमता में वृद्धि और स्वच्छता व्यवस्था सुदृढ़ करने जैसे कदम शामिल होंगे।