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भानियाावाला के प्रापर्टी डीलर ने पौड़ी में की आत्महत्या, वीडियो बनाकर दी थी चेतावनी

देहरादून, 21 अगस्त। देहरादून के भानियावाला में प्रापर्टी डीलिंग का काम करने वाले ग्राम पंचायत गिरगांव के तलसारी गांव निवासी जितेंद्र कुमार ने यहां खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले इंटरनेट मीडिया पर अपलोड एक वीडियो में उसने भाजयुमो नेता समेत पांच लोगों पर उसे इसके लिए मजबूर करने का आरोप लगाया। 32 वर्षीय युवक द्वारा जारी किए गए वीडियो ने पूरे प्रदेश में सनसनी पैदा कर दी है। युवक द्वारा पैसों की लेनदेन को लेकर उसे प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया है और साथ में ऐसे कई सनसनीखेज बातों का भी खुलासा किया गया है जिसमें आरोपित युवक के संबंध राजनीतिक गलियारे में अंदर तक होने का दावा भी किया।
भाजयुमो नेता को पुलिस ने हिरासत में लिया

पुलिस ने वीडियो के आधार पर भाजयुमो प्रदेश मंत्री सहित पांच आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस भाजयुमो नेता को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ कर रही है। वहीं जिला अस्पताल पौड़ी में पोस्टमार्टम कराने के बाद शव स्वजन को सौंप दिया है।गुरुवार को कोतवाली पौड़ी की ग्राम पंचायत गिरगांव स्थित तलसारी गांव में एक युवक के गोली मारकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया। घटना की सूचना पर सीओ सदर त्रिवेंद्र सिंह राणा, कोतवाल पौड़ी कमलेश शर्मा, फारेंसिक टीम श्रीनगर सहित पुलिस टीम मौके पर पहुंची। यहां पहुंचने पर पुलिस को मृतक के पिता सतीश चंद्र ने बताया कि उनका बेटा जितेंद्र कुमार (32 वर्ष) देहरादून में प्रापर्टी डीलिंग का कार्य करता था।
उन्हें सुबह चार से साढ़े चार बजे के करीब जितेंद्र के दोस्त ने फोन कर सूचना दी कि जितेंद्र ने खुद को गोली मार ली है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके बेटे को कुछ लोग परेशान कर रहे थे। उन्होंने उसके पैसे ले लिए, लेकिन काम नहीं किया। उसे लगातार प्रताड़ित कर रहे थे, जिससे वह परेशान चल रहा था। उन्होंने उसे इतना मजबूर कर दिया कि उसने आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने मृतक जितेंद्र कुमार के पिता सतीश चंद्र की तहरीर पर भाजयुमो के प्रदेश मंत्री हिमांशु चमोली, शुभम खंडूड़ी, गौरव कांबोज, अभिषेक गैरोला व विकास शाह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। कोतवाल पौड़ी कमलेश शर्मा ने बताया कि उक्त आरोपितों के खिलाफ मृतक जितेंद्र कुमार को आत्महत्या के लिए उकसाने, आर्म्स एक्ट सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपित हिमांशु चमोली को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
फारेंसिक टीम ने टटोले साक्ष्य
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस की फारेंसिक टीम मौके पर पहुंची। प्रभारी लक्ष्मी सकलानी की निगरानी में टीम ने साक्ष्यों को एकत्र किया। टीम ने घटनास्थल से ब्लड सैंपल, मृतक के हाथ से लगे बारुद का सैंपल भी लिया। साथ ही घटना से जुड़े फोटोग्राफ भी लिए हैं।
12 बोर शाटगन से की आत्महत्या
कोतवाल पौड़ी कमलेश शर्मा ने बताया कि जितेंद्र ने कार में सुबह 3:42 पर आत्महत्या की। उसने 12 बोर शाटगन (सिंगल बैरल) से ठोड़ी के नीचे गर्दन के समीप से गोली चलाई, जो सिर के ऊपर के हिस्से से बाहर निकली और कार की छत से बाहर निकल गई। हादसे में सिर्फ एक ही गोली चलाई गई है।
बंदूक कहा से आई, हो रही जांच
कोतवाल पौड़ी कमलेश शर्मा ने बताया कि जिस बंदूक से युवक ने आत्महत्या की है, वह कहां से आई, इसकी जांच की जा रही है। बंदूक का लाइसेंस खिर्सू ब्लाक के थापला निवासी ठाकुर सिंह के नाम से है। यह बंदूक मृतक के पास कैसे आई, इसकी जांच की जा रही है।
भाजयुमो ने पद से हटाया
भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश मंत्री हिमांशु चमोली को पद से हटा दिया गया है। भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष शशांक रावत ने प्रदेश मंत्री हिमांशु चमोली का नाम तलसारी के युवक की आत्महत्या में सामने आने पर यह कार्रवाई की है। उन्होंने हिमांशु चमोली को तत्काल पद से हटा दिया है।
आरोपियों की माननीयों के साथ तस्वीरें प्रसारित
तलसारी गांव के युवक को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपित की माननीयों के साथ तस्वीरें प्रसारित हो रही है। आरोपित हिमांशु चमोली भाजयुमो प्रदेश मंत्री पद पर था। घटना में आरोपित का नाम सामने आने पर इंटरनेट मीडिया पर उसकी मुख्यमंत्री, भाजपा प्रदेश प्रभारी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सहित अनेक नेताओं के साथ तस्वीरें प्रसारित हो रही हैं।
करण माहरा ने भाजपा की गुंडागर्दी का लगाया आरोप
माहरा ने कहा कि यह सब सत्ता की हनक और भाजपा की गुंडागर्दी का नंगा नाच है, जिसे उत्तराखंड की जनता रोज़ अपनी आंखों से देख रही है। जितेंद्र कुमार की मौत सिर्फ एक आत्महत्या नहीं है, बल्कि ये भाजपा की तानाशाही और दबंग राजनीति का जीवित सबूत है। सवाल पूछा कि क्या भाजपा सरकार अपने नेता हिमांशु चमोली पर कार्रवाई करेगी या अपने नेताओं की तरह उसे भी बचाएगी? क्या उत्तराखंड पुलिस सच में न्याय देगी या पंचायत चुनाव की तरह भाजपा के गुंडों की ढाल बनी रहेगी? माहरा ने सवाल पूछा है कि आखिरकार कब तक देवभूमि को गुंडागर्दी, अपहरण और सत्ता के आतंक के हवाले किया जाएगा? भाजपा को यह समझना होगा कि लोकतंत्र गुंडागर्दी से नहीं चलता।