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सावधान: देहरादून में 50 क्विंटल रसगुल्ला जब्त, मिलावट और नकली होने की आशंका

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देहरादून, 13 अक्टूबर। देशभर में दीपावली त्योहार की धूम देखी जा रही है. इस त्योहार में लोग बढ़ चढ़कर खरीदारी करते हैं. खासकर खाद्य पदार्थों का काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. जिसमें मिठाई और दूध से बने उत्पाद शामिल है. यही वजह है कि त्योहारी सीजन के दौरान मिलावटखोरी का मामला काफी ज्यादा देखने को मिलता है. हमेशा से ही त्योहारी सीजन में मिलावटखोरी का मामला सामने आता है. जिसको देखते हुए एफडीए की टीम पूरी तरह से अलर्ट है. इसी कड़ी में सोमवार को देहरादून के पटेल नगर में छापेमारी के दौरान एफडीए की टीम ने 50 क्विंटल रसगुल्ला जब्त किया है.

खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन चला रहा विशेष निरीक्षण अभियान
दरअसल, सोमवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन उत्तराखंड ने पटेलनगर में विशेष निरीक्षण अभियान चलाया. इस दौरान सैंपल जांच के लिए जमा किए गए. जबकि, मौके पर कुछ दुकानदारों के पास खाद्य लाइसेंस न होने पर नोटिस भी जारी किया गया. छापेमारी के दौरान एक हैरान कर देने वाला मामला भी सामने आया. जहां पटेलनगर क्षेत्र के समृद्धि भवन के बेसमेंट में गोदाम मिला. इस गोदाम में 50 क्विंटल रसगुल्ला अलग-अलग कंपनियों का बरामद हुआ. ऐसे में रसगुल्ले की क्वालिटी बेहतर न होने के चलते एफडीए की टीम ने सैंपल लेकर उसे जब्त कर लिया.

111 रुपए रखी गई है रसगुल्ला की कीमत
हैरानी की बात ये है कि 1 किलो रसगुल्ला की कीमत 111.76 रुपए दर्ज की गई है. महंगाई के इस दौर में अंदाजा लगाया जा सकता है कि मात्र 111.76 रुपए में एक किलो रसगुल्ला कहां मिल जाएगा? किसी भी अपार्टमेंट के बेसमेंट में कैसे गोदाम खुल सकता है?

इतना ही नहीं इस रसगुल्ले की शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में मिठाई की दुकानों पर सप्लाई की गई है. जिसमें तकरीबन 15 दुकान शामिल हैं. छापेमारी के दौरान जब एफडीए की टीम ने जानकारी ली तो पता चला कि रसीद में सिर्फ दुकान का नाम है, लेकिन उसमें पता नहीं लिखा गया है. रसीद के अनुसार देहरादून शहर से लेकर कालसी तक के दुकानदारों को यह मिठाई सप्लाई की गई है.

वहीं, वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी रमेश सिंह ने कहा कि उपायुक्त गढ़वाल मंडल खाद्य सुरक्षा आरएस रावत और सहायक आयुक्त मनीष सयाना के नेतृत्व में निरीक्षण अभियान चलाया गया. टीम ने सबसे पहले समृद्धि सदन पटेलनगर का निरीक्षण किया. जहां हरियाणा निर्मित मिठाइयों जैसे रसभरी, रसगुल्ला और चमचम के 6 नमूने जांच के लिए लिए गए.

बिना लाइसेंस चल रही थी दुकान
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि दुकानदार के पास खाद्य लाइसेंस नहीं था. नियमों का उल्लंघन करने वाले इस दुकानदार को तत्काल नोटिस जारी किया गया है. साथ ही चेतावनी दी गई कि बिना लाइसेंस के मिठाई या अन्य खाद्य पदार्थ बेचने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसके बाद अन्य प्रतिष्ठानों का निरीक्षण कर मावा बर्फी का एक नमूना भी जांच के लिए भेजा गया.

इसके अलावा सहायक आयुक्त ने बताया कि यह अभियान उपभोक्ताओं को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण मिठाइयां उपलब्ध कराने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है. उन्होंने दुकानदारों से अपील किया कि वे केवल खाद्य लाइसेंस के साथ ही उत्पाद बेचें और उपभोक्ताओं से अनुरोध किया कि किसी भी संदिग्ध उत्पाद की सूचना तत्काल प्रशासन को दें. खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने ये भी स्पष्ट किया कि यह अभियान आगामी दीपावली तक लगातार जारी रहेगा. बाजार में किसी भी अवैध या गुणवत्ता रहित खाद्य पदार्थ को नहीं आने दिया जाएगा.

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