अंक सुधार परीक्षा देकर उत्तीर्ण तो हो गए पर समर्थ पोर्टल बंद होने से प्रवेश से वंचित रह गए छात्र

देहरादून , 20 अक्टूबर। उत्तराखंड बोर्ड के इंटरमीडिएट के अनुत्तीर्ण छात्र अंक सुधार परीक्षा देकर उत्तीर्ण तो हो गए, लेकिन समर्थ पोर्टल बंद होने से अब कई छात्र महाविद्यालयों में प्रवेश से वंचित हैं। उत्तराखंड बोर्ड की 10 वीं की परीक्षा में दो और इंटरमीडिएट में एक विषय में अनुत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को अंक सुधार परीक्षा के माध्यम से उत्तीर्ण होने का अवसर दिया जा रहा है।
इस साल इंटरमीडिएट में 4830 छात्रों और 4324 छात्राओं ने अंक सुधार परीक्षा के लिए आवेदन किया था। इसमें से 8778 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी। जिसमें 6695 ने परीक्षा उत्तीर्ण की। इंटरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले कुछ छात्र-छात्राओं के मुताबिक उत्तराखंड बोर्ड ने तीन अक्तूबर को अंक सुधार परीक्षा का परिणाम जारी किया था।
परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद उन्होंने महाविद्यालय में प्रवेश के लिए समर्थ पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण का प्रयास किया, लेकिन पोर्टल खुल नहीं रहा है। जिससे कई छात्र-छात्राओं का महाविद्यालयों में प्रवेश नहीं हो पा रहा है। उच्च शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक एएस उनियाल बताते हैं कि 16 अक्तूबर की सुबह तक समर्थ पोर्टल खुला था। अब काॅलेज बंद हो गए हैं। किसी छात्र-छात्रा का साल बर्बाद न हो इसके लिए उन्हें मुक्त विश्वविद्यालय से आवेदन करना चाहिए।
उत्तराखंड में समर्थ पोर्टल मुख्य रूप से उच्च शिक्षा विभाग के लिए एक ऑनलाइन प्रवेश और छात्र प्रबंधन पोर्टल है। यह छात्रों को विभिन्न राज्य विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन करने, पंजीकरण करने और संबंधित शैक्षिक गतिविधियों के लिए उपयोग किया जाता है। इस पोर्टल के माध्यम से छात्र अपने प्रवेश से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और आवेदन कर सकते हैं।