देहरादून। पिछले पांच साल भाजपा को समय-समय पर हल्का हल्का झटका दे रहे हरक सिंह रावत को आखिरकार बीजेपी आलाकमान ने जोर का झटका देकर चारों खाने चित्त कर दिया है। उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण पार्टी से छह साल के लिएन निष्कासित कर दिया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने इस बात की पुष्टि कर दी है। दरअसल हरक सिंह रावत अपने परिवार के लिए तीन टिकट मांग रहे थे, जिसे केंद्रीय नेतृत्व ने खारिज कर उन्हें ही बाहर करना बेहतर समझा। हाल में उन्होंने केंद्रीय मंत्री एवं प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी से बंद कमरे में बातचीत की थी। तब पार्टी की ओर से साफ कर दिया गया था एक परिवार को एक ही टिकट दिया जाएगा। हरक सिंह रविवार को ही विधायक उमेश शर्मा काऊ के साथ दिल्ली पहुंचे थे।
पूर्व कैबिनेट मंत्री डा. हरक सिंह रावत का कहना है कि भाजपा ने मेरे संबंध में जो निर्णय लिया है, उसकी जानकारी मुझे मीडिया से मिल रही है। पार्टी ने मुझे अपनी बात रखने का मौका भी नहीं दिया, जबकि मैं दिल्ली में ही मौजूद हूं। पार्टी नेताओं को इसकी जानकारी भी थी। अब सभी पहलुओं पर विचार-विमर्श के बाद अगला कदम तय करूंगा।