
देहरादून, 20 नवम्बर। शासन ने वन विभाग के अंतर्गत कार्यरत वन क्षेत्राधिकारियों, वन दरोगा, वन आरक्षी एवं जमादार की वर्दी भत्ते और वर्दी धुलाई भत्ते को बढ़ाकर 1500 से बढ़ाकर 3000 रुपये कर दिया है। प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। वर्ष 2011 के बाद की गई यह वृद्धि दोगुना से लेकर सात गुना तक है।
वन और उप वन क्षेत्राधिकारियों का वर्दी भत्ता हुआ दोगुना, आदेश जारी
प्रदेश में इस समय वन कार्मिक मैदानी क्षेत्रों से लेकर दुर्गम पर्वतीय क्षेत्रों तथा एवं वनों एवं वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए विषम परिस्थितियों में कार्य करते हैं। प्रमुख सचिव के आदेश में कहा गया है कि वन दरोगा, वन आरक्षी और जमादार को पहले की तरह वर्दी सिलकर दी जाएगी, जो हर तीन साल में एक बार मिलेगी जबकि उप वन क्षेत्राधिकारी और वन क्षेत्राधिकारी को वर्दी धुलाई भत्ता 45 रुपये महीने के स्थान पर तीन सौ रुपया दिया जाएगा।
इन्हें जंगली जानवर, वनाग्नि, प्राकृतिक आपदा, भीषण वर्षा, बर्फबारी, भू-स्खलन इत्यादि से हमेशा जोखिम बना रहता है। साथ ही तस्करों से भी जान-माल का खतरा बना रहता है। कार्मिकों के मनोबल में वृद्धि लाने के लिए शासन ने अब इनके वर्दी व वर्दी धुलाई भत्ते में बढ़ोतरी की है।
अभी वन क्षेत्राधिकारियों व उप वन क्षेत्राधिकारियों समेत फील्ड में तैनात वनकर्मियों को हर तीन साल में एक बार 1500 रुपये वर्दी भत्ता व हर माह 45 रुपये वर्दी धुलाई भत्ता दिया जाता है। अब वर्दी भत्ते को बढ़ाकर तीन हजार रुपये व वर्दी धुलाई भत्ते को 300 रुपये प्रतिमाह कर दिया गया है। वहीं वन दरोगा, वन आरक्षी एवं जमादार को वर्दी सिलकर दी जाती है। इन्हें अभी तक 30 रुपये प्रतिमाह वर्दी धुलाई भत्ता दिया जा रहा था, इसे बढ़ाकर अब 200 रुपये प्रतिमाह कर दिया गया है।



