
चमोली, 2 दिसम्बर। जनपद चमोली के राजस्व क्षेत्र गौणा में दो नाबालिग छात्रों का यौन उत्पीड़न करने वाले अतिथि प्रवक्ता को चमोली पुलिस ने उत्तर प्रदेश के बिजनौर से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश करने के बाद 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।
मामला 30 नवम्बर को तब प्रकाश में आया जब पीड़ित पक्ष के परिजनों ने कोतवाली चमोली में तहरीर दी। शिकायत में बताया गया कि राजकीय इंटर कॉलेज गौणा में कार्यरत अतिथि प्रवक्ता युनूस अंसारी ने नाबालिग छात्रों को परीक्षा में फेल करने की धमकी देकर उनका यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ की। राजस्व उप निरीक्षकों के कार्य बहिष्कार के चलते, नायब तहसीलदार ने गौणा क्षेत्र में आरोपी के खिलाफ पॉक्सो व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्चाधिकारियों के आदेश पर विवेचना राजस्व पुलिस से नियमित पुलिस को हस्तांतरित की गई। पुलिस अधीक्षक चमोली सुरजीत सिंह पंवार ने आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए वरिष्ठ उपनिरीक्षक विजय प्रकाश के नेतृत्व में विशेष पुलिस टीम गठित करने के सख्त निर्देश दिए। पुलिस टीम ने सर्विलांस, तकनीकी विश्लेषण और सुरागरसी का सहारा लिया। तकनीकी इनपुट के आधार पर मिली जानकारी के आधार पर टीम ने आरोपी युनूस अंसारी (49) को जलालाबाद, बिजनौर में दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। इधर पुलिस टीम ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों और प्रधानाचार्य से मामले की जानकारी ली, स्कूल का निरीक्षण किया और पीड़ितों और संबंधित व्यक्तियों के बयान दर्ज किए।
एसपी चमोली ने कहा कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षक द्वारा किए गए इस जघन्य अपराध में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को उत्तर प्रदेश के बिजनौर से गिरफ्तार कर लिया गया है।
छेड़छाड़ के आरोपी का आधार कार्ड यूपी का, OBC व निवास प्रमाणपत्र उत्तराखंड का
जिलाधिकारी गौरव कुमार ने दस्तावेजों की जांच के लिए एडीएम को जांच सौंपी है। स्थायी निवासी व ओबीसी प्रमाणपत्र चमोली तहसील से जारी किए गए थे। वहीं आरोपी शिक्षक ने जो माफीनामा लिखा है, वह भी विवाद के बाद गांव में ही लिखा था। अतिथि शिक्षक पद पर नियुक्ति पाने वाले बिजनौर जिले के कचहरी सराय जलालाबाद निवासी युनूस अंसारी को 28 सितंबर 2010 को स्थायी निवास और 18 फरवरी 2017 को अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए जाति प्रमाणपत्र जारी किया गया था।
यह दोनों प्रमाणपत्र चमोली तहसील से जारी हुए हैं, जबकि युनूस अंसारी का आधार कार्ड मोहल्ला कचहरी सराय जलालाबाद जिला बिजनौर, उत्तर प्रदेश का है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि स्थायी निवास व अन्य पिछड़ा वर्ग जाति प्रमाणपत्र के आधार पर अतिथि शिक्षक पद पर युनूस अंसारी की नियुक्ति हुई है। ऐसे में प्रमाणपत्रों को लेकर सवाल उठना लाजिमी है कि बिजनौर के मूल निवासी को चमोली से प्रमाणपत्र कैसे जारी हुए हैं।



