मुंबई। नवाब मलिक के गिरफ्तार होते ही सियासत गरमा गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दाऊद इब्राहिम मनी लान्ड्रिंग मामले में महाराष्ट्र के मंत्री राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता नवाब मलिक को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। दरअसल, मलिक पर आरोप हैं कि उन्होंने कथित तौर पर दाऊद इब्राहिम के एक साथी से बाजार भाव के मुकाबले काफी कम दरों पर प्रॉपर्टी खरीदी और इससे जुड़ी कई जानकारियां भी छिपाईं।
सियासी सरगर्मी बढ़ी, पवार के घर बैठक
नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान तेज हो गया है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार के घर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की आपात बैठक चल रही है। इस बैठक में छगन भुजबल, राजेश टोपे और अजित पवार शामिल हैं। माना जा रहा है कि बैठक में अगली रणनीति पर फैसला लिया जाएगा।
15 फरवरी को 10 जगहों पर की थी छापेमारी
मालूम हो कि प्रवर्तन निदेशालय ने 15 फरवरी को अंडरवर्ल्ड की गतिविधियों, संपत्ति की अवैध रूप से कथित खरीद-फरोख्त और हवाला लेनदेन के संबंध में मुंबई में 10 जगहों पर छापेमारी की थी। यह छापेमारी दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर, उसकी दिवंगत बहन हसीना पार्कर और छोटा शकील के रिश्तेदार सलीम कुरैशी उर्फ सलीम फ्रूट के परिसरों पर हुई थी। केंद्रीय एजेंसी ने इस सिलसिले में एक नया केस दर्ज किया था। इसके बाद ही मलिक पर शिकंजा कसना शुरू हो गया था।
देवेंद्र फडणवीस ने लगाए थे आरोप
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। फडणवीस ने मलिक पर अंडरवर्ल्ड से संबंधों का आरोप लगाया था। फडणवीस ने कहा था कि नवाब मलिक के परिवार ने अंडरवर्ल्ड के लोगों से जमीन खरीदी हैं। आखिर क्यों उन्होंने मुंबई ब्लास्ट के आरोपियों से जमीन की खरीद-फरोख्त की?
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