देहरादून। बड़े बेआबरू होकर तेरे कूचे से हम निकले, कहावत इस समय भारतीय क्रिकेट टी-20 टीम पर सटीक बैठती है। टी-20 वर्ल्डकप में भारतीय टीम से जैसे कि पहले से ही कयास लगाये जा रहे थे कि यह मैच भारत के लिए करो या मरो साबित होने वाला है। पहले मैच में पाक से मिले सबक के बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ भी भारतीय खिलाड़ियों ने बहुत ही खराब प्रदर्शन किया है। भारतीय टीम सिर्फ 110 रन बना पाई। बड़े बेआबरू रहे गेंदबाज भी कुछ कमाल नहीं कर पाए और भारत यह मैच आठ विकेट से हार गया।
टॉस हारना भी कोहली को भारी पड़ा। दुबई के मैदान पर टॉस की अहमियत बहुत ज्यादा रहती है और सुपर-12 के सभी मैच बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीमें ही जीती हैं। पहली पारी में ओस के कारण रन बनाने में मुश्किल हुई।
सभी को उम्मीद थी कि वरुण की गेंदों पर विपक्षी बल्लेबाजों को परेशानी होगी और वो विकेट चटकाएंगे, लेकिन ऐसा तो तब जब खिलाड़ियों में जज्बा होता। आईपीएल में मोहम्मद शमी और जडेजा भी शानदार गेंदबाजी करते हैं और जडेजा को ऐसा खिलाड़ी माना जाता है, जो गेंद और बल्ले के साथ मैच पलट सकते हैं। हालांकि वर्ल्डकप में ऐसा नहीं दिखा है।