देहरादून। दिवाली दीपावली= दीप+अवली= दीपकों की पंक्ति या पंक्ति में रखे हुए दीपक। इस वर्ष दीपावली 4 नवंबर, गुरुवार के दिन मनाई जा रही है। हिंदू पंचांग के अनुसार दिवाली हर साल हिंदी महीना कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है। हिंदू धर्म में दिवाली का त्योहार बहुत ही महत्व है। आध्यात्मिक रूप से अंधकार पर प्रकाश के विजय का प्रतीक है। दिवाली की शाम लक्ष्मी-गणेश, कुबेर और माता सरस्वती की विशेष पूजा आराधना करने का विधान है। दीपावली यही चरितार्थ करती है कि असतो मां सदगमय, तमसो मां ज्योतिर्गमय।
इस बार लक्ष्मी पूजन के लिए सबसे शुभ काल 1 घंटे 55 मिनट का है। पूजा का विशेष मुहूर्त शाम को 6:05 से रात 8:16 तक रहेगा। इसके बाद रात्रि 11:38 से 12:30 बजे तक महानिशीथ काल में मां काली के पूजन का मुहूर्त है। इस पर मिट्टी के गणेश जी व मां लक्ष्मी स्थापित करें। रोली लगाए, चौमुखी दीपक बनाएं, 26 छोटे दीपक बनाएं और इसमें तेल और बत्ती डालकर जलाएं। उत्तराखंड में पूजा का समय 6 बजकर 4 मिनट 7 बजकर 59 मिनट तक, दिल्ली में 6 बजकर 10 मिनट से लेकर 8 बजकर 6 मिनट तक रहेगा।