देहरादून। पुलवामा में पांच आतंकवादियों को मौत के घाट उतारने वाले शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। इस आपरेशन के दौरान उन्होंने न सिर्फ पांच आतंकवादियों को मार गिराया था, बल्कि 200 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री भी बरामद की थी।
मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित मेजर विभूति ढौंडियाल…ये वो शख्सियत है, जिसे देश की रक्षा के आगे कुछ नहीं दिखता था। बचपन से ही उनके मन में देश सेवा का जुनून हिलौरे मार सहा था। आखिकार 2011 में ओटीए से पासआउट होकर वह सेना का हिस्सा बने। उनका वो सपना आखिरकार सच हुआ जिसे वे बचपन से अपने जेहन में संजोए बैठे थे। उनकी दसवीं तक की पढ़ाई देहरादून के सेंट जोजफ्स एकेडमी से हुई और 12वीं की परीक्षा उन्होंने पाइनहॉल स्कूल से पास की थी। पुलवामा हमले के बाद जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ दून निवासी विभूति ढौंडियाल जम्मू-कश्मीर में हुए 2019 में सैन्य अभियान में शहीद हो गए थे। इस ऑपरेशन में शहीद हुए मेजर विभूति ढौंडियाल ने पांच आतंकवादियों को मौत की नींद सुला दिया था।