देहरादून (लंबगांव)। टिहरी के प्रतापनगर ब्लॉक के सेम मुखेम में पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि नागराजा के धाम सेम मुखेम को छठवां धाम के रूप में विकसित किया जाएगा। देव डोलियों के पारपंपिक नृत्य, निशान और ध्याणियों के मिलन व तीन साल बाद फिर मिलने के वादे के साथ ही उत्तराखंड के प्रसिद्ध सेम-मुखेम मेले का रंगारंग समापन हो गया। स्थानीय और दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने 7 हजार फीट की ऊचांई पर स्थित भगवान नागराजा के दर्शन कर घर-परिवार और क्षेत्र की खुशहाली की कामना की। तड़के चार बजे से ही मंदिर में दर्शनों की भीड़ उमड़ पड़ी।
शुक्रवार को दो दिवसीय श्री सेम-नागराजा त्रैवार्षिक जात्रा का शानदार समापन हो गया। श्रद्धालुओं ने सेम-मुखेम मंदिर के अलावा सात तालाबों, शतरंजु का सैण सहित कई ऐतिहासिक स्थलों के भी दर्शन किए। सुबह 4 बजे से मंदिर में दर्शनार्थियों की भीड़ जमनी शुरू हो गई। मंदिर के मुख्य पुजारी लक्ष्मी प्रसाद सेमवाल ने बताया कि टिहरी जिले के अलावा उत्तरकाशी, पौड़ी, चमोली समेत उत्तराखंड के कई हिस्सों से लोग मन्नतें मांगने यहां पहुंचे। उन्हें आशीर्वाद स्वरूप दिव्य शिला पर लेपे चावल, पिठाईं और रोली, प्रसाद दिया गया।