देहरादून। पिछले दिनों नगाालैंड में हुई हिंसा में शहीद हुए उत्तराखंड के लाल गौतम लाल का पार्थिव शरीर आज मंगलवार को उनके पैतृक गांव नौली पहुंचा। परिजनों का तो पहले से ही रो-रोकर बुरा हाल था। पार्थिव शरीर को तो देखते ही चीत्कार मचा गया। मचे भी क्यों नहीं, आखिर उनका अपना हमेशा के लिए उनसे ओझन हो गया था। गांव वाले बड़ी मुश्किल से उन्हें संभालते रहे। शहीद को श्रद्धांजलि देने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान शहीद गौतम अमर रहे और भारत माता की जय के नारे लगते रहे।
एसडीएम कीर्तिनगर सोनिया पंत और तहसीलदार सुनील राज ने भी प्रशासन की ओर संतप्त परिवार को सांत्वना दी। गौतम की दो बहनों की शादी हो चुकी है। छोटी बहन की शादी इसी साल मई में हुई थी।
यदि हाल मेरी बहना पूछे तो उसे सूनी कलाई दिखा देना, इतने पर भी न समझे तो, राखी तोड़ दिखा देना।
तपते पत्थरों में सीना तान जो पसीना बहाता है, कंपकंपाती जुबान से जो जन गण मन गाता है।
जान की परवाह को पीछे रख जो देश की रक्षा करे, बस फ़ौजी ही सच्चा भारत मां का बेटा कहलाता है।।