अलवर। छेड़छाड़ या हैरेसमैंट कहने को तो ये छोटा सा शब्द लगता है, पर जिस पर ये बीतता है ये वही जानता है कि ये सिर्फ शब्द मात्र नहीं बल्कि एक वीभत्स झकझोर देने वाली घटना है। वैसे कहने को तो हम आज आधुनिक समाज में जी रहे हैं, पर क्या सच में ऐसा है? हमारे कपड़ों, खान-पान और लाइफ स्टाइल में तो जमीन-आसमान का बदलाव आ गया है, पर सोच में बदलाव कब आयेगा? ये अपने आपमें बड़ा सवाल है। लड़कियों को छेड़ना-धमकाना, आते-जाते परेशान करना या उनको बुरी नीयत से देखना आज आम बात-सी हो गई है।
अलवर के एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल सहित 15 शिक्षकों पर पांच नाबालिग छात्राओं से सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया गया है। भिवाड़ी के पुलिस अधीक्षक राम मूर्ति जोशी का कहना है कि सभी 15 शिक्षकों पर यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण, पॉक्सो अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि इसकी गहनता से जांच की जा रही है, कोई भी बचेगा नहीं। लेकिन अभी तक किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया गया है।