बहन का प्यार किसी दुआ से कम नहीं होता, वो चाहे दूर भी हो तो गम नहीं होता। अक्सर रिश्ते दूरियों से फीके पड़ जाते हैं, पर भाई-बहन का प्यार कभी कम नहीं होता।।
भाई बहन का रिश्ता पवित्र होता है। बहन को डोली में विदा करना, मंडप सजाना हर भाई का ख्वाब होता है। बहन भी आखिरी बार जब अपने कमरे की चौखट लांघकर फेरे लेने जाती है, तो उसे भाई का साथ मिलता है। भाई जब मंडप पकड़ कर चलते हैं तो दुल्हन बनी बहन खुशनसीब मानती है। जिसे वर्दी में देश की रक्षा को विदा किया, तिरंगे में शव देख बहन का सपना टूट गया था।
देश की रक्षा के लिए मर मिटने को तैयार रहने वाला जवान दोस्त के लिए भी सब कुछ दांव पर लगा देता है। ऐसा ही एक बहन की शादी का रोमांचक मामला सामने आया। रायबरेली में सीआरपीएफ के शहीद जवान शैलेंद्र की बहन की शादी थी। शैलेंद्र 2008 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। इसी दौरान 5 अक्टूबर 2020 को पुलवामा में आतंकियों से लोहा लेते शैलेंद्र प्रताप सिंह को गोली लगी थी। हर किसी ने नम आंखों से उसे विदाई थी।