भाजपा क्यों डाल रही है पूर्वांचल पर इतना फोकस?
वाराणसी। देश में 2022 में पांच राज्यों में चुनाव सन्निकट हैं। इन पांच राज्यों में उत्तर प्रदेश भी एक हैं। यूपी में 403 सीटों में से अकेले 156 सीटें पूर्वांचल की हैं। यही 156 सीटें ही यूपी का भविष्य तय करती हैं। पिछले विधानसभा का आंकलन किया जाए तो इन 156 सीटों में भाजपा के खाते में 106 सीटों पर भाजपा ने परचम लहयाया था। इसी को देखते हुए पीएम पूर्वांचल का दौरा कर रहे हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पीएम मोदी महज नौ दिन के अंदर दूसरी बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे हैं।
2017 के नतीजों से हटकर अगर इस बार का माहौल देखें तो पूर्वांचल की ये सीटें बीजेपी के लिए काफी जरूरी हो जाती हैं। राजनीतिक विशेषज्ञ प्रमोद श्रीवास्तव बताते हैं कि इस बार पश्चिमी यूपी में भाजपा को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। किसान आंदोलन व अन्य मुद्दों को लेकर जिस तरह से पश्चिमी यूपी में रालोद और सपा ने माहौल बनाया है, उससे भाजपा की चुनौतियां बढ़ती हुई दिख रहीं हैं। तय है पश्चिमी यूपी में इस बार भाजपा को नुकसान होगा। इसके अलावा अवध और बुंदेलखंड के जिलों में भाजपा जोर लगाएगी।