
देहरादून। आगामी चुनावी आहट से ठीक पहले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के ट्वीट ने जो सियासी तूफान मचाया उसे देखते हुए दिल्ली में केन्द्रीय नेतृत्व तुरंत हरकत में आ गया है। पार्टी हाईकमान ने प्रदेश कांग्रेस की अंदरूनी खींचतान का समाधान निकालने और चुनावों की जिम्मेदारी हरीश रावत के कंधों पर ही रखे रहने का संकेत देते हुए सूबे के नेताओं को आपात बैठक के लिए दिल्ली तलब कर लिया है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने हरीश रावत से फोन पर बातचीत भी की है।
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने हरीश रावत से फोन पर चर्चा की और इस दौरान संगठन को लेकर उनकी प्रमुख शिकायतों का ब्यौरा लिया। बुधवार और उससे पहले के हरीश रावत के ट्वीट में प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों और प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र यादव के साथ ही केंद्रीय आलाकमान पर भी आरोप लगाये गये थे। हरीश ने जो ट्वीट किये थे उसका अर्थ यही है कि भाजपा को टक्कर देने के लिए वह जी-जान से प्रयास कर रहे हैं, लेकिन पार्टी में कुछ सिपहसालार उनके हाथ पैर-बांध रहे हैं।