देहरादून। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने लोगों में एक बार दहशत पैदा कर दी है। वैज्ञानिकों के अनुसार यह संक्रमण डेल्टा की तुलना में और भी खतरनाक है। कमजोर इन्यूनिटी वाले लोगों के लिए यह बहुत घातक हो सकता है। दिल्ली में दो दिसंबर को तंजानिया से लौटे 37 वर्षीय व्यक्ति में ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया था। देश में रिपोर्ट किए गए कुल 213 मामलों में से लगभग 27 फीसदी मामले दिल्ली में हैं। दिल्ली के बाद सभी महानगरों में मुंबई में सबसे ज्यादा (30) मामले हैं।
उत्तराखंड में भी ओमिक्रॉन पहुंच गया है। स्कॉटलैंड से देहरादून लौटी में 23 वर्षीय युवती के सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने युवती के माता-पिता का सैंपल भी जांच के लिए भेज दिया है। कांवली रोड निवासी 23 वर्षीय युवती आठ दिसंबर को स्कॉटलैंड से भारत आई थी। इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर युवती की रिपोर्ट निगेटिव थी। इसके बाद युवती उसी दिन माता-पिता के साथ देहरादून पहुंची। मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय देहरादून की समेकित रोग निगरानी प्रोजेक्ट यूनिट के आग्रह पर 11 दिसंबर को युवती ने एसआरएल लैब के प्रतिनिधि को अपने घर बुलाकर कोविड जांच के लिए सैंपल दिया।