ऑनलाइन कारोबार के विरोध में दवा व्यवसायियों और मंडी शुल्क के खिलाफ आढ़तियों का आह्वान
देहरादून। मंडी शुल्क के विरोध में शुक्रवार को आढ़ती अपना कारोबार बंद रखेंगे। वहीं, दवाओं के ऑनलाइन कारोबार के खिलाफ दवा कारोबारी भी अपने प्रतिष्ठान बंद रखेंगे। देहरादून बंद की तैयारियों के सिलसिले में व्यापारिक संगठनों के नेताओं ने वीरवार को बाजारों का भ्रमण किया और प्रतिष्ठान बंद रखे जाने की अपील की।
उत्तरांचल औषधि व्यवसायी महासंघ के संगठन मंत्री पंकज मित्तल ने बताया कि एलोपैथिक, होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक समेत दवा के सभी थोक व खुदरा विक्रेता शुक्रवार को अपने प्रतिष्ठान बंद रखेंगे। मल्टीनेशनल कंपनियों और ऑनलाइन दवा कारोबार के खिलाफ आयोजित इस बंद का अगर सरकार ने संज्ञान न लिया, तो फिर समूचे राज्य में अनिश्चितकालीन बंद किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बंद के दौरान धरना-प्रदर्शन भी किया जाएगा। बंद को सफल बनाने के आह्वान के साथ व्यापारी नेताओं ने वीरवार शाम आढ़त बाजार में एकत्र होकर विभिन्न क्षेत्रों में भ्रमण किया। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के दवा व्यवसायी इस संवेदनशील मुद्दे पर एकजुट हैं। जल्द ही प्रदेशव्यापी बंद और आंदोलन की रणनीति भी तय की जाएगी।
वहीं दूसरी ओर, प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल समिति के गढ़वाल प्रभारी विनोद गोयल ने बताया कि मंडी शुल्क पुनः लगाए जाने और 1 जनवरी से जूते व कपड़े पर जीएसटी की दर 5 के स्थान पर 12 फीसदी करने के विरोध में शुक्रवार को आढ़त बाजार, दर्शनी गेट, गुरुराम राय मार्केट, रामलीला बाजार, हनुमान चौक, बाबूगंज, पीपल मंडी, लक्कड़ मंडी क्षेत्र में बद रहेगा। इसके तहत सभी खाद्यान्न, किराना व लकड़ी व्यापारी अपना कारोबार बंद रखेंगे। मंडी शुल्क के विरोध में पूर्वाह्न 11 बजे सभी व्यापारी आढ़त बाजार में एकत्र होकर दोपहर तक धरना-प्रदर्शन करेंगे।