देहरादून। उत्तराखंड में ठेकेदारी प्रथा बंद करने की मांग को सफाई कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री आवास कूच किया, लेकिन पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रोक दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी धरने पर बैठ गए। इस दौरान राजपुर रोड पर पुलिस से सफाई कर्मियों की नोकझोंक भी हुई। सफाई कर्मचारी ठेकेदारी प्रथा बंद करने के अलावा कई मांगों को लेकर मार्च कर रहे थे। पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद सफाई कर्मियों ने बैरिकेडिंग के समीप मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का पुतला भी फूका।
सफाई कर्मियों की प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं
कोरोना काल में ड्यूटी में कार्यरत और कोरोना से शहीद हुए सफाई कर्मियों के आश्रितों को शहीदों जैसे सम्मान पत्र देते हुए 10-10 लाख रुपए का मुआवजा दें और एक आश्रित को सरकारी नौकरी दे।
सभी सरकारी विभागों में सफाई कार्यों से ठेकेदारी प्रथा समाप्त करते हुए विभागीय संविदा पर सफाई कार्मिकों को नियुक्त करते हुए सम्मानजनक वेतन दिया जाए।
शहरी विकास विभाग के निदेशक ललित मोहन रयाल की अध्यक्षता में बनी तीनों कमेटियों की सिफारिश को लागू करते हुए शासनादेश जारी किए जाएं। इसके अलावा और भी कई मांगें उन्होंने रखी हैं।