देहरादून। पूरे देश के साथ ही उत्तराखंड में भी 10 जनवरी से बूस्टर डोज की शुरुआत हो गई है। इसके लिए पहले 60 आयु वर्ग के ऊपर वाले लोगों का टीकाकरण हो रहा है। अगर आप 60 वर्ष के हैं और टीके की दोनों डोज ले चुके हैं तो दूसरी डोज और जिस दिन आप रजिस्टर कर रहे हैं उसके बीच का अंतर 9 महीने (39 सप्ताह) से अधिक है तभी आप बूस्टर डोज ले सकते हैं।
सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मी, फ्रंटलाइन वर्कर और पहले से बीमार 60 वर्ष या उससे अधिक आयु वालों को आज से वैक्सीन की बूस्टर डोज लगनी शुरू होगी। सभी केंद्र निरीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि खुराक लगने के बाद कम से कम 30 मिनट तक प्रत्येक व्यक्ति को निगरानी कक्ष में रखना अनिवार्य है।
इन बीमारियों में डायबिटीज, किडनी डिजीज या डायलिसिस, कार्डियोवस्कुलर डिजीज, स्टेमसेल ट्रांसप्लांट, कैंसर, सिरोसिस, सिकल सेल डिजीज, स्टेरायड या इम्युनोसप्रेसेंट का लंबे समय से इस्तेमाल, मस्क्यूलर डिस्ट्राफी/ श्वसन प्रणाली की संलिप्ता के साथ एसिड अटैक/ अधिक मदद की जरूरत वाले दिव्यांग/ सुनने-देखने में असमर्थ समेत कई अक्षमताओं वाले दिव्यांग और पिछले दो साल में गंभीर श्वसन संबंधी बीमारी जिसमें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ी हो।