देहरादून। हरक सिंह रावत को रविवार की रात भाजपा ने मंत्री पद और पार्टी की सदस्यता से बर्खास्त कर दिया।हरक सिंह को भाजपा से हटाना सिर्फ समय की बात थी। करीब छह माह पहले जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनकी पीठ पर हाथ रख कर पूछा था कि आपकी हनक कैसी चल रही है तो उसी समय साफ हो गया था कि अब भाजपा में उनकी दाल नहीं गलने वाली है।
हरक की पीठ पर हाथ रखा और पूछा कि ‘और हरक सिंह जी, कैसी चल रही है आपकी हनक’। पीएम के इस कम्प्लीमेंट को हरक सिंह और उनके समर्थकों ने सकारात्मक लिया। हरक सिंह का सियासी उमंग भी दुगुना हो गया। लेकिन ऐसा नहीं था। यह हरक के लिए चेतावनी थी। उधर, जोश में आए हरक सिंह रावत का आचरण भाजपा को असहज करने लगा। भरी कैबिनेट में अपनी बात नहीं माने जाने पर वह मीटिंग छोड़कर चले गये। चुंकि चुनाव से ऐन पहले भाजपा नहीं चाहती थी कि पार्टी से बाहर कोई गलत मैसज जाए। इस कारण हरक सिंह को मनाया गया। इससे पहले धामी के सीएम बनाये जाने पर भी वह कोप भवन में चले गये थे।