नामांकन के आखिरी दिन साफ हुई सियासी धुंध
देहरादून। नामांकन के आखिरी दिन साफ हुई सियासी धुंध साफ होती दिखी। समय से पहले प्रत्याशियों की घोषणा करने का दावा ठोकने वाली भाजपा हो या कांग्रेस दोनों ने आखिरी समय तक असमंजस बरकरार रखा। आखिरकार नामांकन के अंतिम दिन स्थिति साफ हो पायी है कि सभी 70 विधानसभा सीटों पर किसका किससे आमना-सामना होने वाला है। ये भी अंत में जाकर ही तय हो पाया कि चौथी विधानसभा में उत्तराखंड की राजनीति में बड़ी भूमिका निभाने वाले पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत इस बार होने वाली नई विधानसभा के चुनावी सीन से ही गायब हो गए।
भाजपा के सूत्र बताते हैं कि ब्राह्मण वोटरों की नाराजगी को खत्म करने के लिए डोईवाला सीट से गैरोला को टिकट दिया गया है। हालांकि कुल मिलाकर अब यह मान कर चलो कि त्रिवेन्द्र सिंह रावत इस बार विधानसभा का हिस्सा नहीं होने वाले। इसी तरह हरक सिंह रावत को लेकर भी अंत तक संशय बरकरार बना रहा। कांग्रेस ने इन दोनों सीटों पर अंतिम समय तक असमंजस को बनाये रखा। कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को अंतिम सूची जारी कर साफ किया कि हरक सिंह रावत को किसी भी सीट से मौका नहीं दिया जाएगा।