गोपेश्वर (चमोली)। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। चमोली जिले में समुद्रतल से 10276 फीट की ऊंचाई पर स्थित बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय करने की प्रक्रिया शुरू हो गई। रविवार को पूजा-अर्चना के बाद जोशीमठ नृसिंह मंदिर से गाडू घड़ा को मंदिर समिति ने डिमरी पुजारियों को सौंपा, जिसके बाद गाडू घड़ा योग ध्यान मंदिर पांडुकेश्वर के लिए रवाना किया गया। लक्ष्मी नारायण मंदिर में तीन दिन ठहरने के बाद चार फरवरी को डिम्मर गांव से प्रस्थान कर ऋषिकेश होते हुए नरेंद्र नगर स्थित टिहरी नरेश के राज दरबार में बदरीनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथि तय की जाएगी। बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि वसंत पंचमी को राजदरबार नरेंद्रनगर में तय होती है।
सोमवार को पूजा-अर्चना के बाद गाडू घड़ा को पुन: जोशीमठ नृसिंह मंदिर पहुंची। चार फरवरी को तेल कलश जोशीमठ से ऋषिकेश पहुंचेगा और पांच फरवरी को श्री डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के प्रतिनिधि गाडू घड़ा तेल कलश को नरेंद्रनगर राज दरबार के सुपुर्द करेंगे।
पंच केदार भी स्थित है उत्तराखंड में
उत्तराखंड में पंच केदार भी स्थित हैं, जिनकी अपनी अलग विशेषताएं। पांच मंदिरों के समूह को पंच केदार कहा जाता है। इनमें केदारनाथ, तुंगनाथ, रुद्रनाथ, मध्यमहेश्वर और कल्पेश्वर महादेव मंदिर शामिल है।