डिलीवरी के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत पर हंगामा, क्लीनिक छोड़ भागे डाक्टर, नर्स

रुड़की, 3 सितम्बर। हरिद्वार जिले के भगवानपुर क्षेत्र में एक क्लीनिक पर डिलीवरी के दौरान जच्चा और बच्चे की मौत का मामला सामने आया है. दोनों की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. हंगामा होता देख क्लीनिक संचालिका और नर्स मौके से फरार हो गए. वहीं, सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जानकारी ली, जिसके बाद शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया.
क्लीनिक में इलाज और डिलीवरी के लिए भर्ती थे
जानकारी के मुताबिक, भगवानपुर थाना क्षेत्र के रायपुर गांव में 10×15 फीट की दुकान में जच्चा-बच्चा का इलाज और डिलीवरी करवाई जा रही थी. इतना ही नहीं बल्कि, क्लीनिक पर ना तो कोई बोर्ड लगा था और ना ही किसी डॉक्टर का नाम लिखा था. बस काले रंग का शीशा लगाकर फर्जी क्लीनिक चलाया जा रहा था. इसी क्लीनिक पर डॉक्टर की लापरवाही से एक जच्चा और नवजात बच्चे की मौत हो गई.
अल्मोड़ा का रहने वाला है मृतका का पति
बताया जा रहा है कि मृतका अपने माता-पिता के इकलौती बेटी थी. मृतका किरन का पति पंकज धौलाघाट (अल्मोड़ा) का निवासी है. जो पिछले कुछ समय से भगवानपुर के औद्योगिक क्षेत्र के रायपुर में काम करता है. मृतका के पति पंकज ने बताया कि उसने अपनी पत्नी को दर्द की शिकायत होने पर क्लीनिक पर दिखाया था, जिस पर वहां पर मौजूद नर्स ने उससे कहा कि इसकी पत्नी की डिलीवरी होनी है, जिसके बाद उन्होंने अपनी मर्जी से उपचार शुरू कर दिया.
डिलीवरी के दौरान जच्चा और बच्चा दोनों की मौत हो गई. वहीं, पत्नी और बच्चे की मौत की खबर सुनकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई. जिसके बाद उसने हंगामा शुरु कर दिया. हंगामा होता देख क्लीनिक संचालिका और नर्स मौके से फरार हो गए. वहीं, हंगामे की सूचना मिलते ही तत्काल पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी ली. जिसके बाद पुलिस ने पीड़ित पति को किसी तह से समझा-बुझाकर शांत किया. साथ ही शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई के लिए भिजवा दिया है.
“मामले की सूचना मिली थी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल की है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है. पीड़ित की तरफ से तहरीर दी जा रही है. तहरीर के आधार पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.”
– सूर्य भूषण नेगी, प्रभारी निरीक्षक, भगवानपुर थाना
बता दें कि जिस क्लीनिक पर यह घटना घटी है, वो क्लीनिक एक किराए की दुकान में अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था. बताया जा रहा है कि भगवानपुर कस्बा क्षेत्र में बड़ी संख्या में झोलाछाप डॉक्टर बैठे हुए हैं. जो मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं, जिसे लेकर स्वास्थ्य विभाग बेखबर है.