एम्स नियुक्ति घोटाला: कितनी सच्चाई निकाल पाएगी सीबीआई?

यमकेश्वर। एम्स नियुक्ति घोटाला में कितनी सच्चाई निकाल पाएगी सीबीआई यह प्रश्न हर किसी के जेहन पर उठ रहा होगा। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में भारी अनियमितताओं को लेकर न्यायालय ही नहीं बल्कि प्रधानमंत्री कार्यालय तक शिकायतों का अंबार लगा हुआ है। इस मामले में सीबीआइ की ओर जांच भी की गई हैं, जिसमें तमाम तरह की वे सारी चीजें शामिल हैं, जिनकी शिकायतें पहले भी कई बार की जा चुकी है। अब देखना यह होगा कि सीबीआई की रिपोर्ट में शिकायतों का कितना सच सामने आता है।
इस साल छह फरवरी को सीबीआइ की टीम ने जब चार दिन तक लगातार एम्स में छापा मारकर जांच की तो जांच में वे साची चीजें शामिल रही जिन पर पहले भी पीएमओ ऑफिस से लेकर सभी महत्वपूर्ण विभागों तक शिकायत की जा चुकी थी।
एम्स ऋषिकेश के भीतर सीबीआइ की जांच के बाद जन संगठन की ओर से लगाए जा रहे आरोप और आंदोलन से बेचैनी देखी जा रही है। तमाम आरोप को लेकर एम्स ऋषिकेश के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल पूर्व में ही स्पष्ट कर चुके हैं कि नियुक्तियों और अन्य मामलों में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन का पूरी तरह अनुपालन किया गया है।