देहरादून। देव डोली लेकर जा रहे एक किशोर की टिहरी गढ़वाल के देवल ओणेश्वर मेले के दौरान मौत हो गई। इस घटना के पता चलने के बाद किशोर के खोलगढ़ पल्ला गांव में चीख-पुकार मच गई। पूरे क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है। माता पिता के चार संतानों में उसकी तीन बहनें थी। तीन बहनों में वह इकलौता भाई था। परिवारीजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया था, इसलिए वे शव को दफनाने के लिए श्मशान घाट के लिए निकल पड़े।
10वीं कक्षा में पढ़ता था युवक
देव डोली हादसे के बाद तुरंत परिवार वाले उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौंड ले गए, जहां डा. आशुतोष ने उसे मृत घोषित कर दिया। डा. आशुतोष का कहना था कि जब उसे अस्पताल लाया गया तो उससे पहले ही युवक की मौत हो चुकी थी। डाक्टर के अनुसार सिर पर गंभीर चोट लगने से युवक की मौत हुई होगी।
परिजनों ने पोस्टमार्टम करने से इनकार करते हुए शव को अपने साथ ले गए। थानाध्यक्ष महिपाल सिंह रावत ने बताया कि मेले के दौरान एक किशोर की मौत की सूचना मिली थी, लेकिन परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी। किशोर मिश्रवाण गांव इंटर कॉलेज में 10वीं में पढ़ता था। उसके पिता पुजारी हैं।