रूस यूक्रेन युद्ध के कारण पेट्रोल-डीजल में 15-22 रु की बढ़ोत्तरी तय

नई दिल्ली। रूस यूक्रेन युद्ध के कारण पेट्रोल-डीजल में 15-22 रु की बढ़ोत्तरी तय मानी जा रही है। रूस यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का असर सीधे अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों पर पड़ने लगा है। रूस यूक्रेन युद्ध के कारण कच्चे तेल का भाव में 2008 के बाद दुनिया में सबसे तेज की कीमत 139 डालर प्रति बैरल पार कर गई है।
कच्चे तेल में इतने उछाल का प्रमुख कारण रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध होने के कारण अमेरिका, यूरोप और अन्य सहयोगी देशों ने रूस से तेल नहीं खरीदने का मन बनाना है। चूंकि रूस दुनिया का सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश है, जिस कारण इसकी मांग के मुकाबले पूर्ति काफी कम रह गई है। यूरोप के देश 20 फीसदी से ज्यादा तेल रूस से ही लेते हैं।
15 रुपये तक महंगा हो सकता है पेट्रोल
देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी को देखा जाए तो आने वाले दो-चार दिनों के भीतर पेट्रोल-डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि देखने को मिल सकती है। कम से कम 15-25 रुपये तक की वृद्धि का अनुमान लगाया जा रहा है। भारत 85 फीसदी से ज्यादा कच्चा तेल विदेशों से खरीदता है, जिस कारण पेट्रोल-डीजल के दानों में वृद्धि स्वाभाविक है।