ढाका। ढाका स्थित इस्कान राधाकांता मंदिर पर गुरुवार शाम को 200 से ज्यादा कट्टरपंथियों की भीड़ ने बांग्लादेश में लूटपाट के साथ कई जगह तोड़फोड़ भी की। इस भीड़ का नेतृत्व कथित तौर पर हाजी शफीउल्लाह कर रहे थे। ये हमला उस समय हुआ, जब हिंदू श्रद्धालु बुद्ध पूर्णिमा उत्सव की तैयारी कर रहे थे। मंदिर में रखी कीमती वस्तुओं को भी लूट ले गए।
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यह पहला मौका नहीं है जब बांग्लादेश में हिंदुओं के मंदिरों पर हमला हुआ है। इससे पहले पिछले साल नवरात्रि पर हिंदुओं के खिलाफ अफवाह फैलाकर दुर्गा पूजा पंडालों के अलावा हिंदुओं के घरों पर भी हमले किए गए थे।
करीब 9 साल के भीतर हिंदुओं पर 4 हजार से ज्यादा हमले
पिछले साल भी ढाका में कथित तौर पर कुरान को अपवित्र किए जाने की खबर फैलने के बाद हिंसा भड़कने के बाद कम से कम तीन लोगों की मौत हुई थी। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के अधिकारों के लिए काम करने वाली संस्था एकेएस की रिपोर्ट से पता चलता है कि पिछले नौ साल की भीतर हिंदुओं पर चार हजार हमले हुए हैं। इनमें धार्मिक मामलों के अलावा अत्याचार की घटनाएं भी शामिल हैं।
भारत सरकार ने हमले की निंदा की
भारत सरकार ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। कोलकाता स्थित इस्कॉन मंदिर के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने कहा कि यह हमला गंभीर चिंता का विषय है। हम बांग्लादेश सरकार से सख्त कार्रवाई करने और देश में हिंदू अल्पसंख्यकों को सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध करते हैं।