पुष्कर सिंह धामी ही होंगे उत्तराखंड के खेवनहार
देहरादून। नए मुख्यमंत्री की दौड़ में पुष्कर सिंह धामी, सतपाल महाराज, धन सिंह रावत, ऋतु खंडूड़ी, पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट और सांसद अनिल बलूनी के अलावा सतपाल महाराज भी शामिल थे। इसी के साथ उत्तराखंड को 12 वें मुख्यमंत्री के रूप में सीएम पुष्कर सिंह धामी का चेहरा मिल गया है। भाजपा में कई दिनों से मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रहा सस्पेंस आज खत्म हो गया। पुष्कर सिंह धामी पर एक बार फिर भरोसा दिखाया है और उन्हें उत्तराखंड का नया खेवनहार बनाया है।
नए मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी होगी कि कई मिथक को तोड़कर जनता ने जो नया जनादेश दिया है, उसपर भरोषा कायम रखा जाए। 22 साल के इतिहास में ये पहली बार है जब उत्तराखंड की जनता ने भाजपा को दोबारा सरकार बनाने का मौका दिया है। केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह ने पुष्कर सिंह धामी के नाम पर मुहर मुहर लगा दी है। इसके संकेत पहले भी कई बार मिल चुके थे, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके कंधे पर हाथ रखा था।
दिल्ली में रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के घर पर उत्तराखंड के और केंद्रीय नेताओं के बीच नए मुख्यमंत्री को लेकर विचार-विमर्श भी हुआ। इसके बाद राजनाथ सिंह, अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महासचिव बीएल संतोष ने प्रधानमंत्री को इसकी जानकारी दी।
उत्तराखंड के 20 साल के इस सफर में प्रदेश को 11 मुख्यमंत्री मिले हैं। भाजपा ने सात मुख्यमंत्री दिए हैं, तो कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश को तीन सीएम दिए हैं। हालांकि, भाजपा के पांच साल के कार्यकाल में पहली बार उत्तराखंड में तीन-तीन मुख्यमंत्री मिले। खास बात यह है कि सभी मुख्यमंत्रियों में से सिर्फ कांग्रेस के पूर्व सीएम नारायण दत्त तिवारी ही अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा कर पाए थे।