नई दिल्ली। आज सरकार ने लोगों को एक साथ दो-दो झटके दिए। महंगाई की पहली किश्त के तौर पर जहां एक तरफ पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ा दिए गए तो वहीं दूसरी ओर रसोई गैस को महंगा कर लोगों द्वारा चुनाव में दिखाई गई सहानुभूति का बदला भी बराबर कर दिया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महंगाई की पहली किश्त के तौर पर रसोई गैस की कीमत में 50 रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है। इसके साथ ही अब 14.2 किग्रा का सिलेंडर 949.50 रुपये का मिलेगा। देहरादून में सिलेंडर 968 में मिलेगा। इससे पहले आखिरी बार 6 अक्टूबर को एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि हुई थी। 5 किलो का सिलेंडर 349 रुपये, 10 किलो का सिलेंडर 669 रुपये तो 19 किलो का कामर्शियल सिलेंडर अब 2003.50 रुपये में मिलेगा। पांच राज्यों में चुनाव की बयार को देखते हुए सरकार दम साधकर बैठी हुई थी। चुनाव के समय महंगाई की पहली किश्त का मतलब साफ था जनता का कोपभाजन बनना।
पेट्रोल-डीजल के दाम भी बढ़े
लगभग चार माह बाद पेट्रोल, डीजल के दाम भी 76 से 86 पैसे बढ़े। पिछले चार नवंबर से इन दोनों ईंधन के मूल्यों में कोई वृद्धि नहीं हुई थी।
दाम बढ़ने के पीछे रूस-यूक्रेन युद्ध का असर
सरकार की तरफ से दावा किया जा रहा है कि रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में 40 फीसदी तक उछाल आ गया है, जिससे आयल मार्केटिंग कंपनियों के लिए ईंधन का दाम बढ़ाना जरूरी हो गया था और इसी वजह से मंगलवार की सुबह महंगाई की पहली किश्त के रूप में पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दाम बढ़ा दिए गए।
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